नई दिल्ली। शनि अमावस्या कल मनाई जाएगी। इस साल की ये अमावस्या काफी खास है क्योंकि इस बार ये अमावस्या शनिवार को पड़ रही है। इसलिए इसे शनैश्चरी अमावस्या कहा जाएगा। इस दिन शनि देव की पूजा की जाती है। इस अमावस्या को दर्श अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में इस अमावस्या का बड़ा महत्व है। अगर आप शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से ग्रस्त हैं और इससे बचना चाहते हैं तो ये दिन काफी अच्छा होगा। शनैश्चरी अमावस्या के दिन हमारे द्वारा बताए गए कुछ उपायों को करना चाहिए।
शमी के वृक्ष की पूजा
— कहा जाता है कि शनि देव को शमी का वृक्ष अति प्रति है। अगर आप शनि दोष से छुटकारा पाना चाहते हैं तो शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए।
— शनिवार के दिन शाम के समय शमी के पेड़ के पास दीपक जलाने से भी लाभ मिलता है।
पीपल के पेड़ की पूजा
— कहा जाता है कि शनि देव को प्रसन्न करने के लिए पीपल का पेड़ सबसे फलदायी माना जाता है। कहा जाता है कि पीपल के पेड़ में सभी देवताओं का वास होता है। शनि देव के दुष्प्रभाव से बचने के लिए शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से शनिदोष खत्म होता है।
हनुमान जी की पूजा
— कहा जाता है कि शनि देव और हनुमान जी परममित्र हैं। शनिवार के दिन अगर आप हनुमान जी की पूजा करते हैं तो इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। ऐसा करने से शनि दोष से छुटकारा मिलता है।