नई दिल्ली। पहले शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर जानकारियां छिपाने और अपने शेयरों की कीमत बढ़ाकर बताने का आरोप लगाया था। हिंडेनबर्ग रिसर्च की इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी बिकवाली हुई थी और गौतम अडानी दुनिया के दूसरे नंबर के अरबपति की लिस्ट से काफी नीचे खिसक गए थे। हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद सेबी ने जांच शुरू की थी और उसे सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंपनी है। इस मामले से अभी अडानी ग्रुप को ठीक से राहत भी नहीं मिली कि अब अरबपति जॉर्ज सोरोस की फंडिंग से चलने वाले ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) ने अडानी ग्रुप पर ताजा आरोप लगाए हैं।
NEW: The Adani Group is one of India’s top conglomerates and is widely linked to Prime Minister Modi. It’s also been rocked by accusations of stock manipulation.
Now reporters have found new evidence that sheds light where the authorities couldn’t. 👇https://t.co/dzz1ZNC4Hv
— Organized Crime and Corruption Reporting Project (@OCCRP) August 30, 2023
ओसीसीआरपी ने अपने आरोपों में कहा है कि अडानी ग्रुप के बिजनेस पार्टनर्स ने मॉरीशस स्थित गुमनाम निवेश फंड के जरिए अडानी ग्रुप के शेयरों में करोड़ों डॉलर का निवेश किया। ओसीसीआरपी ने आरोप लगाया है कि उसकी जांच में कम से कम दो ऐसे मामले मिले हैं। संस्था ने कहा है कि इन दो मामलों में गुमनाम निवेशकों ने ऑफशोर स्ट्रक्चर के जरिए अडानी ग्रुप के शेयरों की खरीद और बिक्री की है। ओसीसीआरपी को जॉर्ज सोरोस के अलावा रॉकफेलर ब्रदर्स से भी फंडिंग की जाती है। जॉर्ज सोरोस वही अमेरिकी अरबपति हैं, जिनका बीते दिनों एक वीडियो काफी वायरल हुआ था।
अपने इस वीडियो में जॉर्ज सोरोस ने पीएम नरेंद्र मोदी को सत्ता से हटाने के लिए कोशिश जारी रखने की बात कही थी। जॉर्ज सोरोस पर आरोप लगता है कि वो हर देश में खास तरह की सत्ता देखना चाहते हैं और अपने इसी इरादे के तहत संबंधित देशों में संस्थाओं को फंड देकर अपने पक्ष में काम कराते हैं। खास बात ये है कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में अटकलें लग रही थीं कि हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अब भारत की किसी कंपनी को जॉर्ज सोरोस की फंडिंग वाली संस्था निशाना बनाने जा रही है। सोशल मीडिया की इन अटकलों को ही आधार बनाकर अडानी ग्रुप ने ओसीसीआरपी के दावों को गलत और ग्रुप की छवि खराब करने वाला बताया है। अडानी ग्रुप ने कहा है कि ताजा आरोप विदेशी मीडिया के एक वर्ग की ओर से की जा रही कोशिश है।