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Petrol-Diesel Price: पेट्रोल-डीजल के दाम में 4 दिन बाद फिर मिली राहत, कच्चा तेल तेज

Petrol-Diesel Price: तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल के दाम (Petrol-Diesel Price) में कटौती करके उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत दी। देश के चार प्रमुख महानगरों में पेट्रोल के दाम में 19 से 21 पैसे जबकि डीजल की कीमतों में 21 से 24 पैसे प्रति लीटर तक की कटौती की गई है।

नई दिल्ली। तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल के दाम (Petrol-Diesel Price) में कटौती करके उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत दी। देश के चार प्रमुख महानगरों में पेट्रोल के दाम में 19 से 21 पैसे जबकि डीजल की कीमतों में 21 से 24 पैसे प्रति लीटर तक की कटौती की गई है। हालांकि आगे बहुत राहत मिलने की उम्मीद कम है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में फिर तेजी लौटी है। ओपेक द्वारा तेल की सप्लाई में कटौती आगे जारी रखने की संभावनाओं के बीच कीमतों में तेजी लौटी है।

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इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम घटकर क्रमश: 90.56 रुपये, 90.77 रुपये, 96.98 रुपये और 92.58 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। डीजल की कीमतें भी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में घटकर क्रमश: 80.87 रुपये, 83.75 रुपये, 87.96 रुपये और 85.88 रुपये प्रति लीटर पर आ गई हैं।

तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में दिल्ली में 22 पैसे, कोलकाता और मुंबई में 21 पैसे जबकि चेन्नई में 19 पैसे प्रति लीटर की कटौती की है। वहीं, डीजल के दाम दिल्ली और कोलकाता में 23 पैसे जबकि मुंबई में 24 पैसे और चेन्नई में 22 पैसे प्रति लीटर कम हो गए हैं। इससे पहले 25 मार्च को तेल के दाम में कटौती की गई थी।

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के मई डिलीवरी अनुबंध में मंगलवार को बीते सत्र से 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 65.06 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। बीते सत्र में ब्रेंट में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई थी।

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न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर डब्ल्यूटीआई के मई अनुबंध में बीते सत्र से 0.31 फीसदी की तेजी के साथ 61.62 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 62.25 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। तेल आपूर्तिकर्ता देशों का समूह आगेर्नाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोटिर्ंग कंट्रीज यानी ओपेक और इसके सहयोगी देशों यानी ओपेक प्लस की गुरुवार को बैठक होने जा रही है। बाजार का अनुमान है कि कोरोना संक्रमण का प्रकोप दोबारा गहराने से तेल आपूर्तिकर्ता देश अपनी सप्लाई में कटौती को आगे बढ़ाने का फैसला ले सकते हैं।