नई दिल्ली। देश इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus) के प्रकोप जूझ रहा है। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 44,879 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 87,28,795 हो गई। देश में इसी दौरान कोविड-19 से 547 लोगों की मौत हुई, जिसके बाद कुल मौतों का आंकड़ा 1,28,688 हो गया। कोविड-19 के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच लोगों की नजर कोरोना वैक्सीन पर टिकी है। बता दें कि कोरोना की वैक्सीन को आने में अभी भी करीब 6 महीने का समय लग सकता है। लेकिन इन सबके बीच इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने लोगों को राहत देने वाली खबर दी है।
दरअसल डॉक्टर रणदीप गुलेरिया के मुताबिक संभव है कि भारत को कोरोना वैक्सीन की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। गुलेरिया ने आगे कहा है कि कोराना के बढ़ते प्रकोप के बाद हम हर्ड इम्युनिटी (Herd Immunity) की स्थिति में आ जाएंगे। उस समय हमें वैक्सीन की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन डॉक्टर गुलेरिया ने यह भी संभावना जताई कि अगर वायरस म्यूटेट नहीं होता है और इसमें कोई बदलाव नहीं आता है तो लोग वैक्सीन लगाने के बारे में सोच सकते हैं। बता दें कि भारत में कोरोना महामारी लगातार बढ़ता जा रहा है लेकिन उनका ये बयान देशवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी के तौर पर देखा जा सकता है।
गुलेरिया ने कहा कि कोरोना वायरस में कैसे परिवर्तन आता है और लोगों को दुबारा संक्रमित कर सकता है या नहीं। अभी जांच ही कर रहे हैं कि आने वाले कुछ महीनों में वायरस कैसे व्यवहार करेगा और उसी के आधार पर कोई फैसला लिया जा सकता है कि कितनी जल्दी-जल्दी वैक्सीन लगाने की जरूरत पड़ेगी।