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Decision: दिल्ली में नहीं लगेगा लॉकडाउन लेकिन बढ़ेगीं पाबंदियां, जानिए DDMA बैठक में क्या लिया गया फैसला

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कोरोना को दूसरी बार हरा चुके हैं। केजरीवाल ने रविवार को ट्वीट कर बताया था कि वो ठीक होकर काम पर लौट रहे हैं। उन्होंने कहा था कि फिलहाल दिल्ली में लॉकडाउन लगाने का कोई इरादा सरकार नहीं रख रही। लेफ्टिनेंट गवर्नर और वो हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

नई दिल्ली। कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के बावजूद दिल्ली में अभी पूरा लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। वीकेंड और नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा। बाजारों को भी बंद नहीं किया जाएगा। लोगों को मास्क लगाने और कोविड के प्रति व्यवहार करने के लिए कहा गया है। ऐसा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण यानी DDMA की आज हुई बैठक में ये फैसला किया गया है। फिलहाल दिल्ली को ग्रेडेड रिस्पॉन्स प्लान के तहत यलो अलर्ट पर ही रखे जाने का भी बैठक में फैसला हुआ। बता दें कि आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल के जरिए बताया है कि दिल्ली में कोरोना की इस लहर का पीक इस महीने के अंत तक आ जाएगा। उस दौरान हर रोज 60 से 70 हजार मरीज रोज मिल सकते हैं।

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कोरोना के केस बढ़ने के बाद दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन यानी बसों और मेट्रो में 50 फीसदी लोगों को ही यात्रा करने की मंजूरी दी थी। बाद में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस वजह से बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशनों पर भीड़ लग रही है और इससे कोरोना के और फैलने के चांस हैं। उन्होंने कहा था कि अब मेट्रो और बसें पूरी क्षमता के साथ चलेंगी। यानी अब बसों और मेट्रो में हर सीट पर यात्रियों को बैठने की मंजूरी मिल चुकी है। खड़े होकर यात्रा करने पर रोक अभी जारी है।

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इस बीच, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कोरोना को दूसरी बार हरा चुके हैं। केजरीवाल ने रविवार को ट्वीट कर बताया था कि वो ठीक होकर काम पर लौट रहे हैं। उन्होंने कहा था कि फिलहाल दिल्ली में लॉकडाउन लगाने का कोई इरादा सरकार नहीं रख रही। लेफ्टिनेंट गवर्नर और वो हालात पर नजर बनाए हुए हैं। केजरीवाल ने कहा था कि केंद्र सरकार भी पूरा सहयोग दे रही है। उन्होंने ये दावा भी किया था कि पिछले साल मई में 20000 बेड मरीजों से भर गए थे, लेकिन इस बार अब तक 1500 मरीज ही अस्पतालों में दाखिल कराए गए हैं।