नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO की चिंता बढ़ा दी है। संगठन की एक सलाहकार समिति ने नए वैरिएंट B.1.1.529 को चिंताजनक बताया है। समिति ने इसका नाम Omicron दिया है। समिति के मुताबिक कोरोना का ये वैरिएंट ठीक उसी तरह हाहाकार मचा सकता है, जिस तरह डेल्टा और डेल्टा प्लस वैरिएंट ने मचाया था। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेसियस ने ट्वीट में लिखा है, “नए COVID19 वायरस वेरिएंट ‘Omicron’ में बड़ी संख्या में म्यूटेशन हैं, जिनमें से कुछ चिंताजनक हैं। यही कारण है कि हमें Vaccine Equity को जल्द से जल्द वितरित करने और हर जगह सबसे कमजोर लोगों की रक्षा करने के अपने प्रयासों को तेज करने की जरूरत है।” कई देशों ने कोरोना के नए वैरिएंट से अपने नागरिकों को बचाने के लिए दक्षिण अफ्रीका पर यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं। ऐसे देशों में अमेरिका और कनाडा के अलावा इटली, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, जापान, ब्रिटेन, सिंगापुर, नीदरलैंड, माल्टा, मलेशिया, मोरक्को, फिलीपींस, दुबई, जॉर्डन, और तुर्की शामिल हैं। भारत ने भी दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वालों की सख्त स्क्रीनिंग का फैसला किया है।
इससे पहले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट को भी ‘बेहद तेजी से फैलने वाले चिंताजनक वेरिएंट’ में रखा गया था। डेल्टा वैरिएंट का प्रसार दुनियाभर में हुआ था और बड़ी संख्या में लोग इसका शिकार हुए थे। डेल्टा पहले वेरिएंट से ज्यादा तेजी से फैलता और लोगों को बीमार करता था। अब नए वैरिएंट के बारे में भी ऐसा ही कहा जा रहा है।
The new #COVID19 virus variant – Omicron – has a large number of mutations, some of which are concerning. This is why we need to speed up our efforts to deliver on #VaccinEquity ASAP and protect the most vulnerable everywhere. https://t.co/b9QBMJXtJl
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) November 26, 2021
इस बीच, शुक्रवार को डब्ल्यूएचओ के टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन वायरस एवोल्यूशन की बैठक हुई। इसमें B.1.1.529 और इसके व्यवहार पर चर्चा हुई। मीटिंग के बाद डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता ने बताया कि अभी शुरुआती अध्ययन से पता चला है कि नया वेरिएंट बहुत अधिक संख्या में म्यूटेंट हुआ है। टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ने सलाह दी है कि इस वेरिएंट को चिंता के रूप में नामित किया जाना चाहिए।