लंदन। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने 50 से ज्यादा देशों में फैलने के साथ ही अपना रूप भी बदलना शुरू कर दिया है। इसके अब दो रूप सामने आए हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक पहले के रूप में जहां 50 म्यूटेशन हुए थे, नए रूप में अब इससे कम और अलग तरह के म्यूटेशन देखने को मिले हैं। अब ओमिक्रॉन वैरिएंट के पहले रूप को BA1 और दूसरे रूप को BA2 नाम दिया गया है। माना जा रहा है कि अपना रूप बदलने से ओमिक्रॉन अब खतरा और बढ़ा सकता है। इसके 50 म्यूटेशन वाले पहले रूप की गिरफ्त में आए लोगों को हल्के लक्षण दिख रहे हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक जल्दी ही इस वैरिएंट की रोकथाम न की गई, तो ये लगातार अपना रूप बदलेगा और खतरा उतना ही बढ़ता जाएगा।
बता दें कि ओमिक्रॉन वैरिएंट का सबसे पहला मरीज नवंबर के आखिरी हफ्ते में दक्षिण अफ्रीका में मिला था। मरीज को कोरोना होने की पुष्टि तो 9 नवंबर को ही हो गई थी, लेकिन उसके सैंपल की जिनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट 24 नवंबर को आई थी। इससे पता चला था कि वायरस का ये नया वैरिएंट है। इस वैरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने ओमिक्रॉन नाम दिया था। दक्षिण अफ्रीका से सारी फ्लाइट्स को तमाम देशों ने रोक दिया था, लेकिन उससे पहले ही ये वैरिएंट वहां पहुंच गया और लोगों को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया। अब तक दुनियाभर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 500 से ज्यादा मरीज मिले हैं।
भारत में विदेश से आए लोगों की स्क्रीनिंग शुरू होने के बाद ओमिक्रॉन के 22 मामले मिले थे। इनमें से राजस्थान के 9 मरीज अब ठीक हो चुके हैं। इन्हें ओमिक्रॉन के पहले रूप ने मरीज बनाया था। सभी को हल्के लक्षण थे। अन्य ओमिक्रॉन मरीजों को भी थकान, सिरदर्द, बदन दर्द जैसे लक्षण हैं, लेकिन अब इसके रूप बदलने की वजह से खतरा बढ़ गया है। ऐसे में वैज्ञानिक ये जानने की कोशिश में लगे हैं कि दूसरे रूप के मरीजों के लिए ये खतरनाक है या वो म्यूटेंट भी हल्के लक्षण ही देता है।