newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Omicron: भारत में फैलने लगा है कोरोना का नया वैरिएंट, महाराष्ट्र में बिना ट्रैवेल हिस्ट्री के 8 नए मरीज

इससे पहले बेंगलुरु में एक डॉक्टर में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला था और उस डॉक्टर की भी कोई विदेशी ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं थी। इस डॉक्टर ने 19 से 22 अक्टूबर तक डॉक्टरों के एक सम्मेलन में हिस्सा लिया था और ओमिक्रॉन की गिरफ्त में आ गया था।

मुंबई। कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के देश में फैलने के पूरे आसार हैं। इसकी वजह महाराष्ट्र के 8 नए मरीज हैं। महाराष्ट्र में मंगलवार को 8 नए मरीज मिले। इनमें से कोई भी विदेश से नहीं लौटा था। इन सभी की कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं है। इन लोगों में कहां से ओमिक्रॉन वैरिएंट आया, इसका कुछ पता नहीं चला है। फिलहाल सभी को आइसोलेट किया गया है और उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तेजी से की जा रही है। इससे पहले बेंगलुरु में एक डॉक्टर में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला था और उस डॉक्टर की भी कोई विदेशी ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं थी। इस डॉक्टर ने 19 से 22 अक्टूबर तक डॉक्टरों के एक सम्मेलन में हिस्सा लिया था और ओमिक्रॉन की गिरफ्त में आ गया था। माना जा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट काफी पहले से ही देश में दाखिल हो चुका है और कम लक्षणों की वजह से इसके मरीजों का पता नहीं चल सका।

corona virus

ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मरीज 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिला था। उसमें कोरोना की पुष्टि 9 नवंबर को हुई थी। जबकि, जिनोम सीक्वेंसिंग से ओमिक्रॉन वैरिएंट होने का पता चला था। इस वैरिएंट के दो अलग-अलग म्यूटेशन हैं। एक म्यूटेशन में 50 से ज्यादा स्पाइक प्रोटीन हैं। वहीं दूसरे वैरिएंट में काफी कम स्पाइक प्रोटीन देखे गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने पहले वैरिएंट को BA1 और दूसरे वैरिएंट को BA2 नाम दिया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि ये वैरिएंट चिंता का सबब हैं। ओमिक्रॉन के मरीजों में लक्षण काफी हल्के पाए जा रहे हैं। इनमें सिरदर्द, बदन दर्द और थकान है। अब तक भारत में ओमिक्रॉन से किसी की जान नहीं गई है।

corona viral

वहीं, ब्रिटेन में ओमिक्रॉन से एक मरीज की मौत होने से हड़कंप मचा है। वहां लगातार इस वैरिएंट के मरीज आ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि ब्रिटेन में ओमिक्रॉन से 75 हजार के करीब लोगों की जान जा सकती है। इस वजह से मोदी सरकार भी काफी सक्रिय हो गई है। सभी एयरपोर्ट्स पर विदेश से आने वालों की जांच हो रही है। साथ ही सभी राज्यों को भीड़-भाड़ रोकने के निर्देश भी केंद्र सरकार ने दिए हैं। पूरे देश में कोरोना की तीसरी लहर को हर हाल में रोकने की कोशिश के अलावा ऑक्सीजन प्लांट भी तेजी से लगाए जा रहे हैं। पूरे देश में 1700 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भारत में ऑक्सीजन की काफी कमी हुई थी और मरीजों की जान गई थी। केंद्र सरकार को देश के अलग-अलग हिस्सों से ट्रेन के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई करानी पड़ी थी। ऐसे हालात से बचने की तैयारी इस बार युद्धस्तर पर की जा रही है।