वाराणसी। छात्रों के विरोध के बाद, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा है कि “नीता अंबानी (Nita Ambani) की किसी भी संकाय, विभाग या केंद्र में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।” बीएचयू के प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी विजिटिंग प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए एकेडमिक काउंसिल की मंजूरी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंबानी की नियुक्ति का कोई प्रस्ताव अकादमिक परिषद को नहीं भेजा गया है।
सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन प्रो. कौशल किशोर मिश्रा ने हालांकि स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी व्यक्तिगत क्षमता में महिला अध्ययन केंद्र में अतिथि व्याख्यान देने के लिए अंबानी को निमंत्रण भेजा था। नीता अंबानी को एक विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किए जाने की खबरों के कारण मंगलवार को छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
बता दें कि बुधवार को नीता अंबानी ने उस खबर को नकारा जिसमें बताया गया था कि उनको बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) का विजिटिंग प्रोफेसर बनाया जाएगा। इस खबर के सामने आने के बाद छात्रों ने इस बात का कड़ा विरोध किया। जिसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रवक्ता ने बुधवार को इस मामले पर सफाई दी है। उनका कहना है कि नीता अंबानी को बीएचयू की ओर से विजिटिंग प्रोफेसर बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
Reports that Nita Ambani (in pic) will be a visiting lecturer at Banaras Hindu University (BHU) are fake. She hasn’t received an invitation from BHU: Reliance Industries Limited spokesperson to ANI pic.twitter.com/dd8MUpER8T
— ANI (@ANI) March 17, 2021
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रवक्ता का कहना है, ”बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर बनाई जाने की खबरें फर्जी हैं। नीता अंबानी को विश्वविद्यालय से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।”
छात्र कर रहे थे विरोध
इस खबर के सामने आने के बाद छात्रों के एक समूह ने इसका कड़ा विरोध जताया। ऐसी खबरें आई थी कि बीएचयू के सामाजिक विज्ञान संकाय ने हाल ही में रिलायंस फाउंडेशन को एक प्रस्ताव भेजकर नीता अंबानी को विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र में विजिटिंग फैकल्टी में शामिल होने के लिए कहा था। बता दें कि सामाजिक विज्ञान संकाय का महिला अध्ययन केंद्र लगभग 2 दशक पहले स्थापित किया गया था। इसमें विजिटिंग प्रोफेसरों के लिए 3 पद हैं।
बता दें कि नीता अंबानी ने मुंबई विश्वविद्यालय से बीकॉम किया है। साल 2014 में उन्हें रिलायंस इंडस्ट्रीज का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बनाया गया। साल 2010 में उन्होंने रिलायंस फाउंडेशन का गठन किया था। माना जा रहा था कि उनकी एक सफल महिला उद्यमी होने की छवि की वजह यह प्रस्ताव दिया गया है। हालांकि अब इस खबर को फर्जी बताया गया।