
एक बार फिर कांग्रेस ने हिंदू आस्था पर प्रहार किया है। हालिया ताजा बयान महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले का है। उन्होंने राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया है। नाना पटोले ने कहा है कि हमारी सरकार आएगी तो राम मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा। यह वही कांग्रेस है, जिसने कभी भगवान राम के अस्तित्व से इंकार कर दिया था, क्या आज उसके नेता भगवान श्रीराम में आस्था दिखाने के नाम पर फिर से राम मंदिर का शुद्धिकरण कराए जाने की बात बोलकर भगवान श्रीराम का अपमान और हिंदू आस्था पर प्रहार नहीं कर रहे हैं। पटोले यहीं पर नहीं रुके उन्होंने यहां तक कह दिया कि राम दरबार भी अपने हिसाब से स्थापित करेंगे। वहां भगवान राम की मूर्ति नहीं है, बल्कि रामलला के बाल स्वरूप की मूर्ति है।
कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पिछले दिनों कहा था, मैं कांग्रेस में 32 साल तक रहा। जब राम मंदिर बनना शुरू हुआ उसके बाद राहुल गांधी ने अपने नजदीकी लोगों की बैठक बुलाई थी। इसमें अमेरिका के रहने वाले अपने एक शुभचिंतक को भी बुलाया था जिनके कहने पर इशारे में यह बात कही थी कि अगर हमारी सरकार बनती है तो हम सुपर पावर कमीशन बनाकर राम मंदिर के फैसले को पलट देंगे। इसके बाद ही पीएम मोदी ने मध्यप्रदेश में एक रैली में कहा कि हम 400 सीट इसलिए मांग रहे हैं ताकि राम मंदिर पर ताला न लगा दिए जाए। क्या वास्तव में कांग्रेस की मंशा राम मंदिर पर ताला लगाने की है। कांग्रेस नेता जिस तरह से आए दिन बयान देते हैं, हिंदू आस्था का अपमान करते हैं, वह कांग्रेस के नेताओं का असल चरित्र उजागर करता है।
डिस्कलेमर: उपरोक्त विचार लेखक के निजी विचार हैं ।