newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Annu Kapoor: OTT कंटेंट पर जमकर भड़के अन्नू कपूर, कहा- ‘जैसे ही आप कपड़े खोलना शुरू करते हैं वैसे ही…’

Annu Kapoor: अन्नू कपूर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर हावी हो रहे ओटीटी कंटेंट से खासे नाराज हैं। यही वजह है कि एक्टर ने ओटीटी को लेकर काफी भड़ास निकाली है। दरअसल अन्नू कपूर अपना लोकप्रिय शो अंताक्षरी लेकर वापस लौट रहे हैं। लेकिन इस बार ये शो टीवी नहीं बल्कि रेडियो पर सुनाई देगा। इसी सिलसिले में दिए एक मीडिया इंटरव्यू में अन्नू कपूर ने ओटीटी को लेकर अपने विचार साझा किए हैं।

नई दिल्ली। इंडस्ट्री के वर्स्टाइल एक्टर्स में से एक अन्नू कपूर हमेशा अपने बयानों की वजह से जाने जाते हैं। अभी हाल ही में अभिनेता नितेश तिवारी की रामायण पर बयान देकर सुर्ख़ियों में आये थे। जब उन्होंने कहा था कि ‘उसकी क्या औकात है।’ अब एक बार फिर ऐसा लग रहा है कि अन्नू कपूर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर हावी हो रहे ओटीटी कंटेंट से खासे नाराज हैं। यही वजह है कि एक्टर ने ओटीटी को लेकर काफी भड़ास निकाली है। दरअसल अन्नू कपूर अपना लोकप्रिय शो अंताक्षरी लेकर वापस लौट रहे हैं। लेकिन इस बार ये शो टीवी नहीं बल्कि रेडियो पर सुनाई देगा। इसी सिलसिले में दिए एक मीडिया इंटरव्यू में अन्नू कपूर ने ओटीटी को लेकर अपने विचार साझा किए हैं।

‘कपड़े उतरते ही देखने वालों की तादाद बढ़ जाती है’

अन्नू कपूर ने इस इंटरव्यू के दौरान कहा कि, ‘ओटीटी फिल्म मेकिंग से जुड़ा एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसमें आप थोड़ा ज्यादा खुल गए या जैसे ही आप कपड़े खोलना शुरू करते हैं वैसे देखने वालों की तादाद बढ़ जाती है। ओटीटी छोटी जगह नहीं है। ये ओटीटी बनाने वाले जो हैं, ये जो आपके बड़े-बड़े प्लेयर्स हैं इनके पास इतना पैसा है। पता नहीं जनता का पैसा है या कहां से पैसा वसूल है।’

ओटीटी की औकात क्या है

अन्नू कपूर ने ओटीटी पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, ‘आपको समाज ऐसा बनाना पड़ेगा कि वह अपनी समझ का व्यक्तिगत फैसला करे कि मुझे ये देखना है या कुछ और… जिस दिन आपने समाज बना लिया कि मुझे नग्नता नहीं देखी है, गंदी चीज नहीं सुनी है, किसी की मजाल है ये ओटीटी, इनकी औकात क्या है, इनकी कोई औकात नहीं है, दो कौड़ी की औकात है।’

‘गन्दगी परोसना गलत’

अन्नू कपूर सिर्फ यहीं नहीं रुके आगे उन्होंने नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम वीडियो की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘ये जो नेटफ्लिक्स, अमेजन हैं, इनके ऊपर भी अंकुश नहीं रखा जाएगा तो अराजकता फैल जाएगी, अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर सिर्फ गन्दगी परोसना जानता है।’