नई दिल्ली। इस बार ऑस्कर में भारत का बोलबाला रहा। ऑस्कर अवॉर्ड 2023 में आरआरआर फिल्म का गाना नाटू-नाटू और द एलीफैंट व्हिस्परर फिल्म को ऑस्कर अवॉर्ड मिला है। इस अवॉर्ड के बाद सभी के दिलों में ख़ुशी है। दर्शक भी ऑस्कर को लेकर काफी उत्साहित दिखे हैं। भारत देश में इस बार दो ऑस्कर आने के बाद चौतरफा ख़ुशी आई। प्रधानमंत्री मोदी ने भी ऑस्कर आने की ख़ुशी में कलाकारों को बधाई दी। इसी बीच भारत के महान गायक और म्यूजिक कम्पोज़र ए आर रहमान का वीडियो भी सामने आ गया है। ए आर रहमान पहले ही दो ऑस्कर अपने नाम अपने नाम कर चुके हैं और विश्व में एक महान म्यूजिक कम्पोज़र के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने अपने एक हाल ही में दिए गए इंटरव्यू में बताया है कि भारत की तरफ से ऑस्कर में गलत फिल्में भेजी जा रही हैं।
ए आर रहमान ने अपने इस इंटरव्यू में कई चीज़ों पर बात की। पहले तो उन्होंने इस इंटरव्यू में अपने सिंगिंग पर बात की। कैसे वो म्यूसिक कम्पोज़ करते हैं अपने परिवार के बारे में बताया। एल सुब्रमण्यम ने जब अपने सवाल में पूछा कि आखिर ए आर रहमान ने म्यूसिक कम्पोज करने के पुराने तरीके को कैसे बदला। जिसका जवाब देते हुए रहमान ने कहा, “एक फिल्म के पहले केवल आठ ट्रैक होते थे। लेकिन क्योंकि मैं जिंगल बैकग्राउंड से था इसलिए मेरे पास वहीं 16 ट्रैक थे। तो ये सब टेक्नोलॉजी के कारण हो पाया और मैं इसके साथ बहुत कुछ कर सकता था।”
रहमान ने ये भी बताया, “इंस्ट्रूमेंट छोटे होने के कारण मुझे उनके साथ प्रयोग करने का काफी समय मिला।” रहमान ये बताते हैं उन्होंने कई बार असफलता देखी है लेकिन वो सब स्टूडियो के अंदर होता है तो लोग सिर्फ मेरी सफलता देख पाते हैं और उन्हें मेरी असफलता नहीं दिखती है। रहमान ने अपनी इस बातचीत में ये भी बताया कि होम स्टूडियो के कारण उनका काम आसान हो गया और उन्हें काम करने में आजादी भी मिली।
रहमान का मानना है कि उन्हें इससे प्रयोग करने की काफी आजादी मिली। और जब पश्चिम का म्यूसिक हम सब सुनते हैं ऐसे में ऐसा क्यों नहीं है कि वो भी हमारा म्यूसिक सुनें। उन्होंने बताया कि वो हमेशा इसके लिए प्रोडक्शन की गुणवत्ता को बढ़ाने की हमेशा कोशिश करते रहते हैं जिससे वो प्रेरित होते रहते हैं। ऑस्कर वाली बात पर रहमान बोले, “कई बार हमारी फिल्म ऑस्कर के लिए जाती हैं लेकिन उन फिल्म को ऑस्कर नहीं मिलता है। ऑस्कर के लिए गलत फिल्में भी भेजी जा रही है। मुझे ऐसा लगता है कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। हमें अपने जगह रहकर अपने तरीके से सोचना चाहिए। और हमें दूसरे देश के नज़रिए से सोचना होगा। वहां क्या हो रहा है उसे भी ध्यान में रखना होगा। (रहमान का ये इंटरव्यू आज से करीब 2-3 मनीने पहले शूट किया गया है।)