नई दिल्ली। आज जहां पठान फिल्म का विरोध चल रहा है। जनता में आक्रोश है वहीं कुछ लोग पठान फिल्म के सपोर्ट में खड़े नज़र आ रहे हैं। ये वही लोग हैं जो अक्सर देश के लोगों की भावनाओं में भी राजनीति तलाशते हैं। हमने कुछ दिन पहले देखा था कैसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शाहरुख खान की आगामी फिल्म पठान का सपोर्ट किया था। इसके अलावा टीएमसी शत्रुघ्न सिन्हा ने शाहरुख खान को नेशनल स्टार तक घोषित करने की अपील कर दी थी। अब टीएमसी की ही एक सांसद नुसरत जहां भी दीपिका पादुकोण के पक्ष में खड़ी हुई दिख रही हैं। उन्होंने भी शाहरुख खान की फिल्म पठान और दीपिका पादुकोण के पक्ष में बयान दिया है। बेशरम रंग गाने को लेकर चल रहे विवाद में नुसरत जहां उसी साइड में खड़ी हैं जिधर इससे पहले ममता बनर्जी और अन्य टीएमसी के सांसद खड़े थे। नुसरत जहां ने दीपिका पादुकोण और पठान फिल्म के सपोर्ट में क्या कहा है यहां हम बताएंगे।
आपको बता दें टीवी न्यूज़ चैनल के पत्रकार ने जब नुसरत जहां से बेशरम रंग गाने पर चल रहे विवाद पर नुसरत जहां का पक्ष जानना चाहा तो नुसरत जहां ने उस प्रश्न को एक अलग ही मोड़ दे दिया। पत्रकार ने नुसरत जहां से प्रश्न किया की आजकल जो बेशरम रंग गाने को लेकर विवाद चल रहा उसके चलते लोग बेशरम रंग गाने और पठान फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं, इसपर आपका क्या सोचना है ? नुसरत जहां ने जवाब में कहा, “अगर आप बैन की बात कर रहे हैं तो हम ऐसे देश में रह रहे हैं,जहां सांस लेना भी दिक्कत वाली बात हो गई है। जहां हमें बताया जाता है हम क्या खाएंगे ? कैसे स्कूल में क्या पढ़ेंगे ? टीवी में क्या देखेंगे ?
फिल्म के बारे में बात करते हुए उन्होंने, “फिल्म की अपनी एक अलग पहचान है। उस फिल्म के मुताबिक़ जो किरदार निभाना होता है आप वैसे ही करते हो। आज हम अटकलों को ज्यादा बढ़ावा दे रहे हैं, और लोग समुदाय के बीच घृणा बढ़ा रहे हैं।” आगे उन्होंने बताया फिल्म का जो भी होगा उसे दर्शकों पर छोड़ देना चाहिए न कि उसे राजनीतिक रंग देना चाहिए। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार सिर्फ आध्यात्मिक और धार्मिक फिल्म का ही सपोर्ट करते हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दीपिका पद्मावत में इतनी सुन्दर लग रही थी फिर भी उसके पीछे कितनी कंट्रोवर्सी हुई थी। उन्होंने कहा किसी को हक़ नहीं है कि फिल्म का बहिष्कार करें।”
नुसरत ने कहा आज कोई भी रंग की बिकनी पहने आप उसे रोक नहीं सकते हो। आज ये आप घृणा फहलाने का काम कर रहे हो। कोई भी किसी भी तरह से किसी भी रंग को पहन सकता है। उसे आप मनोरंजन की दृष्टि से देखें। इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से न देखें।