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YRKKH 9 May 2022: दूल्हे की जगह चोरी हुई दुल्हन अक्षरा की सैंडल, बदले में मांगे गए 10 लाख रुपये

YRKKH 9 May 2022: आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अभिमन्यु और अक्षरा के फेरे हो रहे हैं। बिरला और गोयनका परिवार दोनों ही इमोशनल और खुश हैं। सभी चीजे अच्छे से हो जाती हैं। इसी बीच आरोही कायरव और बाकी मिलकर अभिमन्यु के जूते चुराने का प्लान करते हैं।

नई दिल्ली। छोटे पर्दे का पॉपुलर सीरियल ये रिश्ता क्या कहलाता है में अक्षरा और अभिमन्यु की शादी हो रही है। बीते एपिसोड में आपने देखा कि द्वार पर आरोही अभि की नजर उतारती है और नेग में उससे माफी मांगती है। अभिमन्यु आरोही को माफ कर देता है। अभि सभी से कहता है कि उसे वरमाला की रस्म में न उठाएं और न ही अक्षु को परेशान करें। तभी घरवाले कहते हैं कि अभी से अपनी होने वाली दुल्हनियां का पक्ष ले रहा है। आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अक्षरा दुल्हनियां बनके लंबा सा घुंघट लिए सबके सामने आती है। अभि और बाकी घरवाले अक्षरा को दुल्हन के लिबास में देखकर खुश हो जाते हैं।

सात फेरे लेंगे अभि और अक्षरा

आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अभिमन्यु और अक्षरा के फेरे हो रहे हैं। बिरला और गोयनका परिवार दोनों ही इमोशनल और खुश हैं। सभी चीजे अच्छे से हो जाती हैं। इसी बीच आरोही कायरव और बाकी मिलकर अभिमन्यु के जूते चुराने का प्लान करते हैं और कहते है कि हम लोग जूता चुराई की रस्म में इंटरेस्ट नहीं है। ये बहुत पुरानी रस्म है। वहीं दूसरी तरफ नील और बाकी लोग मिलकर प्लान करते हैं कि वो अक्षरा की सैंडिल चुराएंगे और नई रस्म शुरू करेंगे। नील अक्षरा से पैर धोकर आशीर्वाद लेने की बात कहता है। वो था लेकर आता है और अक्षरा के पैस धोता है। इसी बहाने नील अक्षरा की सैंडिल चोरी कर लेता और कहता है कि आज का दिन छोड़कर वो जिंदगी भर लक्ष्मण बनने के लिए तैयार है।

 

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चोरी हुई अक्षरा की सैंडल

नील सैंडल के लिए कभी 5 लाख तो कभी 10 लाख की डिमांड करता है। अक्षरा अभि से मदद मांगती है लेकिन अभि मदद करने के लिए इनकार कर देता है। अक्षरा कहती है कि उसका लहंगा बहुत भारी और लंबा है। बिना हिल्स के चलना मुश्किल होगा। अभि कहता है कि मैं मंडप तक पहुँचने में तुम्हारी मदद कर सकता हूं, मैंने तुमसे वादा किया था, मैं तुम्हारे लहंगे को कुछ नहीं होने दूंगा। वह अक्षु को उठाकर ले जाता है। अभि अक्षरा को  मंडप में लाता है। सब खुश हैं। दादी ने पंडित से शादी की रस्में अभी शुरू करने को कहा। मंडप में अभि और अक्षु बैठे हैं। मनीष और स्वर्णा भावुक हो जाते हैं। अक्षु को लगता है कि हम इस पल का इंतजार कर रहे थे। वह अभि को देखती है।