नई दिल्ली। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स नेटफ्लिक्स (Netflix) की सीरीज ‘बॉम्बे बेगम्स’ (Bombay Begums) की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। वीमेन सेंट्रिक ये सीरीज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन यानी 8 मार्च को रिलीज हुई, जिसेक बाद ये विवादों में घिर गई है। दरअसल, सीरीज के सीन में लड़कियों का एक अनुचित तरीके से चित्रण किया गया है, जिसे लेकर काफी विवाद हो रहा है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने अब इस सीरीज से आपत्तिजनक दृश्य हटाने के लिए नेटफ्लिक्स को गुरुवार तक का समय दिया है। इससे पहले बाल आयोग ने इस वेब सीरीज की स्ट्रीमिंग को रोकने की मांग की और साथ ही नोटिस भी भेजा था।
बाल आयोग ने सीरीज के इन दृश्यों को तत्काल हटाने का निर्देश दिया है। इन दृश्यों को जेजे एक्ट 2015, पोक्सो एक्ट 2012 और आईपीसी 1860 का उल्लंघन बताया गया है। इन्हें फिल्माने में नाबालिगों का इस्तेमाल किया गया है। नेटफ्लिक्स ने इसके लिए अपनी लीगल टीम से समय मांगा, जिसके बाद उन्हें 18 मार्च तक का समय दे दिया गया है। हालांकि, सीरीज की स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर तत्काल बंद करने को कहा गया है।
Moreover on the request of Netflix for further extension of time to discuss the matter with their legal team @NCPCR_ has granted an extension till 18 March 2021 forenoon
However, it has directed immediate halt on the streaming of Bombay Begums on their platform.@KanoongoPriyank— Prasar Bharati News Services पी.बी.एन.एस. (@PBNS_India) March 16, 2021
आपको बता दें कि ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platform) पर वेब सीरीज (Web Series) में बढ़ती अश्लीलता के चलते लोग इस पर लगाम लगाने की बात कह रहे हैं। काफी समय से ये मांग हो रही थी कि बढ़ती अश्लीलता के चलते वेब सीरीज पर लगाम लगाए। जिसपर अब केंद्र सरकार सख्त होने वाली है। ऐसे में एक और वेब सीरीज ‘बॉम्बे बेगम्स’ की शिकायत सामने आई है। जिससे ‘बॉम्बे बेगम्स’ की भी परेशानी बढ़ गई है।
एनसीपीसीआर ने इस सीरीज की स्ट्रीमिंग रोकने की मांग की जिसके लिए नेटफ्लिक्स को नोटिस भी भेजा था। साथ ही 24 घंटे के अंदर कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करने को भी कहा था। आयोग का कहना है कि अगर नेटफ्लिक्स ऐसा नहीं करता तो वो कानूनी कार्रवाई करेंगे।
आपको बता दें कि बेब सीरीज ‘बॉम्बे बेगम्स’ कुछ समय पहली ही रिलीज हुई है। नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ये वेब सिरीज पांच महिलाओं की कहानी हैं, जो अलग-अलग आयु और वर्ग की हैं। इस सीरीज में 13 साल की स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची से लेकर 49 साल की बैंक की सीईओ है। ये सीरीज महिलाओं की कहानी पर बेस्ड है। वर्कप्लेस पर यौन उत्पीड़न के संवेदनशील मुद्दे को इस सीरीज में दिखाया गया है। इस मुद्दे के साथ-साथ समलैंगिक संबंध, बेवफाई, लिव इन रेलशनशिप, यौन उत्पीड़न, प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज सहित कई दूसरे मुद्दे भी उठाए गए हैं।