नई दिल्ली। अभी जहां देखिए वहां महज ज्ञानवापी की ही चर्चा हो रही है। हर गली-चौराहे, सड़की, चाय की दुकान, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, सभी के सभी ज्ञानवापी की चर्चागोशी में ही मसरूफ नजर आते हैं। चर्चा इस बात को लेकर कि क्या वहां वजूखाने में शिवलिंग है या फव्वारा? कहना तो फिलहाल हमारे लिए भी मुश्किल है, लेकिन इसे लेकर बहस का सिलसिला शुरू हो चुका है। कोई कह रहा है कि वहां शिवलिंग है, तो कोई कह रहा है कि फव्वारा है, लेकिन हिंदू पक्षों के मुताबिक, तीन दिनी सर्वे के उपरांत जितने भी साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, वो वहां मंदिर होने की ही पुष्टि करते हैं। विशेषत: शिवलिंग मिलने के बाद हिंदू पक्षों की ओर से किए जा रहे दावे और प्रबल हो चुके हैं, लेकिन मसला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए अतिशयोक्ति वश कोई भी टीका-टिप्पणी उचित नहीं रहेगी, मगर अब इस पूरे मसले को लेकर अभिनेता अक्षय कुमार ने चुप्पी तोड़ दी है। जी हां….बिल्कुल सही पढ़ा आपने… जिस बात को लेकर पिछले काफी दिनों से बहस की बयार बह रही है कि आखिर वहां शिवलिंग है की फव्वारा। आखिरकार अक्षय कुमार ने अपने बयान में इस बात खुलासा कर दिया है कि वहां शिवलिंग है की फव्वारा है। चलिए, आगे जानते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है?
तो अक्षय कुमार ने एक निजी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान कहा कि, ‘हालांकि इसे लेकर तो बेहतर जवाब, केंद्र सरकार, न्यायाधीश, भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण, और भी बेहतर लोग हैं, इसे पूरे मसले पर अपनी राय जाहिर करने के लिए। लेकिन, फिलहाल जो वीडियो सामने आया है, हमें उतना समझ नहीं आएगा, लेकिन देखने में तो शिवलिंग ही लगता है,’। वहीं, उन्होंने आगे अपने बयान में कहा कि, वो उन मसलों के बारे में कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं, जिनके बारे में वे कुछ जानते नहीं हैं। इसके साथ ही जब उनसे सवाल किया गया था कि अगर आपको एक दिन के लिए प्रधानमंत्री पद पर विराजमान कर दिया जाए, तो आप क्या करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि ‘देखिए मैं अपने आपको उस पद के लिए उपयुक्त नहीं समझता हूं। मैं एक एक्टर हूं और एक्टिंग करके खुश हूं। मेरी एक छोटी-सी दुनिया है, जिसमें मैं काफी खुश हूं और रही बात प्रधानमंत्री की तो जितना काम हमारे प्रधानमंत्री करते हैं, तो उतना मुझे लगता नहीं कि मैं कर पाऊंगा’।
आपको बता दें कि अभी हाल ही में अक्षय कुमार एक्ट्रेस मानुषी छिल्लर और डायरेक्टर डॉ. चंद्र प्रकाश द्विवेदी के साथ वाराणसी गए थे, जहां उन्होंने गंगा में डुबकी ली। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से वार्ता के दौरान उपरोक्त बातें कहीं हैं। ध्यान रहे कि पिछले कुछ दिनों से ज्ञानवापी विवाद गरमाया हुआ है। फिलहाल यह मसला कोर्ट में विचाराधीन है। लेकिन, अभी तक इस पूरे मसले पर कोई भी सार्थक फैसला नहीं आ पाया है। अब ऐसी स्थिति में कोर्ट की तरफ से क्या कुछ फैसला सामने आता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम