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Adipurush Controversy: बवाल के बीच ‘आदिपुरुष’ के डायरेक्टर ओम राउत ने तोड़ी चुप्पी, कहा- ‘मूर्ख ही रामायण को…’, मनोज मुंतशिर ने थपथपाई खुद की पीठ

Adipurush Controversy: आदिपुरुष पर लगातार हिन्दू भावनाओं को आहत करने का आरोप लग रहा है। इस सब के बीच फिल्म के निर्देशक ओम राउत जो इस पूरे मामले पर लगातार चुप्पी साधे थे, उन्होंने अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। विवादों के बाद ओम राउत ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है।

नई दिल्ली। आदिपुरुष को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म को लेकर देशभर में विवाद बढ़ता ही जा रहा है। लोग लगातार इस फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं। कई हिन्दू संगठनों ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने को लेकर कोर्ट तक का दरवाजा खटखटया है। साधू-संतों के बीच भी इस फिल्म को लेकर काफी रोष है। आदिपुरुष पर लगातार हिन्दू भावनाओं को आहत करने का आरोप लग रहा है। इस सब के बीच फिल्म के निर्देशक ओम राउत जो इस पूरे मामले पर लगातार चुप्पी साधे थे, उन्होंने अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। विवादों के बाद ओम राउत ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है। तो चलिए आपको बताते हैं फिल्म आदिपुरुष के निर्देशक ओम राउत का बयान…

नकारात्मक रिव्यूज पर भड़के ओम

फिल्म आदिपुरुष के निर्देशक ओम राउत ने कहा निगेटिव रिव्यूज के बावजूद भी दर्शक सिनेमा हॉल में ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे है और इस चीज़ से वो काफी खुश हैं। आगे ओम कहते हैं- ‘सबसे जरुरी बात ये है कि हमारी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर कैसा रिस्पॉन्स मिलता है। मूझे यह बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है कि हमारी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ग्रॉस ओवर अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हमारी फिल्म आदिपुरुष ने अपने पहले दिन वर्ल्डवाइड 140 करोड़ की कमाई है जो हमारे लिए ख़ुशी की बात है। हां फिल्म के 600 करोड़ के मेगा बजट को देखते हुए मैं कहूंगा कि अभी लंबा रास्ता तय करना है।’

रामायण को पूरी तरह से समझने का दावा करना गलत होगा- ओम

फिल्म आदिपुरुष के निर्देशक ओम राउत के अनुसार रामायण को पूरी तरह से समझ लेने का दवा करना ही गलत होगा। ओम राउत ने कहा- ‘अगर मैं यहां बैठकर आपको कहूं कि रामायण को मैंने पूरी तरह से समझ लिया है तो ये कहना ही एक बहुत बड़ी त्रुटि होगी। क्योंकि मुझे लगता है कि रामायण को पूरी तरीके से समझने की क्षमता किसी में भी नहीं है।’ आगे राउत कहते हैं- ‘जो भी रामायण मैंने समझी है या जो कुछ भी आप जानते हैं, वो मात्र एक गिलहरी के योगदान की तरह है। मैंने रामायण को जितना समझा है उसे मैंने पर्दे पर दिखाने की कोशिश की है।’

खुद की पीठ थपथपाते नजर आए मुंतशिर

उधर बात अगर फिल्म के संवाद लेखक मनोज मुंतशिर की करें तो उन्होंने ट्वीट कर ये जानकारी तो दी कि फिल्म आदिपुरुष के विवादित डायलॉग्स को फिर से संशोधित कर एक हफ्ते के भीतर फिल्म में शामिल किया जाएगा। लेकिन इसके साथ ही मुंतशिर खुद ही खुद की पीठ भी थपथपाते नजर आए। मुंतशिर ने लिखा- ‘फिल्म में वो सैंकड़ों पंक्तियां जहां मैंने श्रीराम का यशगान किया है। मां सीता के सतीत्व का वर्णन किया है। उनके लिए प्रशंसा भी मिलनी चाहिए थी, जो पता नहीं क्यों नहीं मिली।’ आगे मनोज मुंतशिर ने ट्रोल करने वालों पर भी निशाना साधा और कहा- ‘मेरे भाइयों अचानक इतनी कड़वाहट कहां से आ गई। वो श्री राम का दर्शन भूल गये जो हर मां को अपनी मां मानते थे। हो सकता है, 3 घंटे की फ़िल्म में मैंने 3 मिनट कुछ आपकी कल्पना से अलग लिख दिया हो, लेकिन आपने मेरे मस्तक पर सनातन-द्रोही लिखने में इतनी जल्दबाज़ी क्यों की, मैं जान नहीं पाया।’