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जानिए आखिर क्यों राहुल के पास ‘महात्मा’ के लिए भी वक्त नहीं

ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें खत्म नहीं हुई हैं। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी पार्टी पर अभी हमले होने बाकी हैं।

नई दिल्ली।  ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें खत्म नहीं हुई हैं। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी पार्टी पर अभी हमले होने बाकी हैं। दरअसल, जल्द ही एक फिल्म रिलीज होने वाली है, जिसमें यह दिखाया गया है कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष के पास अपॉइंटमेंट मिलने के बावजूद ‘महात्मा गांधी’ तक के लिए वक्त नहीं है।

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आईएएनएस के पास फिल्म का एक टीजर है, जिसमें दिखाया गया है कि ‘महात्मा’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से मिलने के लिए उनके कार्यालय के बाहर इंतजार कर रहे हैं, लेकिन वह मिल नहीं पाते, क्योंकि कार्यालय के लोग कहते हैं कि वह व्यस्त हैं। लेकिन टीजर के अनुसार, राहुल गांधी कहीं बाइक चलाते हुए नजर आते हैं और उनके कार्यालय के लोग महात्मा गांधी तक को नहीं पहचान पाते और उनसे उनका परिचयपत्र मांगते हैं।

पंकज शंकर ने कहा, “फिल्म में महात्मा गांधी पार्टी के उन कार्यकर्ताओं, सहानुभूति रखने वालों और नेताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिन्हें पार्टी के नेतृत्वकर्ता द्वारा लगातार अनदेखा किया गया।”शंकर ने आगे कहा, “राहुल गांधी के कार्यालय की जमीनी हकीकत का चित्रण फिल्म में उनके निजी सहायक के माध्यम से किया गया है, जो महात्मा गांधी को पहचानने में असफल रहता है।” फिल्मकार पंकज शंकर राहुल गांधी के पूर्व सहयोगी रह चुके हैं, जो उस समय से मीडिया प्रभाग संभाल रहे हैं, जब राहुल ने राजनीति में प्रवेश किया था। वह राजनीतिक गलियारे में काफी लोकप्रिय व्यक्ति हैं।

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पंकज शंकर फिल्मकार और डॉक्यूमेंट्री निर्माता के तौर पर भी काम करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस वक्त फिल्म के बारे में अधिक खुलासा नहीं किया जा सकता, लेकिन फिल्म का नाम ‘लव यू पप्पू’ हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के हर कार्यकर्ता का दर्द है, क्योंकि राहुल गांधी और उनके कार्यालय ने उनके प्रति काफी उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाया है। यह फिल्म ऐसे समय में आ रही है, जब राहुल गांधी के करीबी दोस्त ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी पर यह आरोप लगाकर इस्तीफा दे दिया कि ‘आज की कांग्रेस वह कांग्रेस नहीं रही, जो पहले हुआ करती थी।’ उन्होंने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि “साल 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उन्होंने एक सपना देखा था। 18 महीने बाद भी किया गया कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया, जिनमें से एक किसानों से भी संबंधित है।”