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Indian Idol 12 Controversy: सुनिधि चौहान ने इंडियन आइडल को लेकर किया बड़ा खुलासा, TRP को लेकर कही ये बात

Indian Idol 12 Controversy: ऐसा लग रहा है कि सोनी टीवी के सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल (Indian Idol 12) का समय थोड़ा खराब लग रहा है। ये शो जब से शुरू हुआ है तब से विवादों में है।

नई दिल्ली। ऐसा लग रहा है कि सोनी टीवी के सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल (Indian Idol 12) का समय थोड़ा खराब लग रहा है। ये शो जब से शुरू हुआ है तब से विवादों में है। इस शो का लगातार इसका भंडाफोड़ होता जा रहा है। पहले किशोर कुमार के बेट अमित कुमार ने खुलासा किया और अब सिंगर सुनिधि चौहान (Sunidhi Chauhan) ने भी शो को लेकर बड़ा खुलासा किया है।

एक इंटरव्यू के दौरान सुनिधि चौहान ने शो को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि उनसे कंटेस्टेट की तारीफ करने के लिए कहा गया था। तब उन्होंने कहा कि यह सब वो नहीं कर सकी जो वह चाहते थे, जिसके बाद उन्हें शो से अलग होना पड़ा।

Indian Idol

शो को लेकर खुलासा करते हुए उन्होंने बताया, ”उनसे सिंगर की तारीफ करने के लिए कहा गया था, लेकिन बिल्कुल ये नहीं कहा गया कि सबकी करना है। ये बेसिक चीज थी। इसलिए मैं इसे आगे जारी नहीं कर पाई। मैं वो नहीं कर पाई, जो वो चाहते थे। इसलिए मैंने खुद को शो से अलग कर लिया। आज मैं कोई भी रियलिटी शो जज नहीं कर रही हूं।”

आपको बता दें सुनिधि चौहान सीजन 5 और 6 को जज कर चुकी हैं। आगे उन्होंने कहा, ”हमने नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया और विशाल ददलानी को कंटेस्टेंट को सही करते हुए नहीं सुना, सकारात्मक आलोचना के साथ जज करना तो छोड़ दीजिए।”

हमें किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार के उस इंटरव्यू को नहीं भूलना चाहिए जिसमें उन्होंने कैमरे के सामने शो का पर्दाफाश करते हुए बताया था कि कैमरे पर जाने से पहले उन्हें निर्देश दिया गया था कि हर कंटेस्टेंट की तारीफ करनी है। सुनिधि ने तर्क दिया कि यहां पर बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धा है, उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है। ताकि दर्शकों को अपना शो देखने के लिए बांधा जा सके।

रियलिटी शो की रियलिटी बताते हुए सुनिधि ने कहा, ”इस तरह के प्लेटफॉर्म संगीत प्रेमियों के लिए एक बड़ा टिकट बन गए हैं। लेकिन इसमें उनका भारी नुकसान होता है। कंटेस्टेंट को अपनी कहानियों के कारण रातोरात एक नई पहचान मिलती है, जो एवी के जरिए सामने आती है और अच्छा परफॉर्मेंस करने की कोशिश खत्म हो जाती है। हालांकि इसके बाद भी उनमें से कई कंटेस्टेंट कड़ी मेहनत और परिश्रम करते हैं लेकिन यह मनोवैज्ञानिक रूप से उन्हें भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि यह प्रतिभागियों की गलती नहीं है बल्कि यह इसलिए है क्योंकि सारे खेल का नाम टीआरपी है।”