नई दिल्ली। 17 जनवरी को आज बॉलीवुड के प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर का 77वां जन्मदिन है। जावेद अख्तर का जन्म 17 जनवरी 1945 को ग्वालियर में हुआ था। सुबह से ही उन्हें जन्मदिन पर बधाईयां मिल रही हैं। बात अगर इनके गानों की करें तो इनके गानों का जोश ऐसा है कि आज भी लोगों को ये मुंह जुबानी रटे हुए हैं। इस खास मौके पर आज आपको इनके कुछ ऐसे सदाबहार गानों के बारे में बताएंगे जो आपको पुराने दिनों की याद दिला देंगे…
देखा एक ख्वाब
फिल्म ‘सिलसिला’ का गाना ‘देखा एक ख्वाब’ को जावेद अख्तर ने लिखा था। इस गाने का संगीत शिव-हरि ने दिया। गाने को किशोर कुमार के साथ लता मंगेशकर ने गाया है। ये गाना आज भी लोगों की पसंद है।
तुम को देखा तो ये ख्याल
फिल्म ‘साथ-साथ’ बतौर गीतकार जावेद अख्तर की यह दूसरी फिल्म थी। गाने को कुलदीप सिंह ने संगीत दिया। जगजीत सिंह और उनकी पत्नी चित्रा सिंह ने इसे गाया है।
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
फिल्म ‘1942 ए लव स्टोरी’ के इस हिट गाने को जावेद अख्तर ने ही लिखा था। संगीत आरडी बर्मन ने दिया और कुमार सानू ने इसे अपनी आवाज दी।
बॉर्डर
‘बॉर्डर’ के सभी गाने जावेद अख्तर ने लिखे थे। इसका गाना ‘संदेशे आते हैं’ आज भी लोगों को भावुक कर देता है।
राधा कैसे ना जले
फिल्म ‘लगान’ के ज्यादातर गाने हिट रहे थे। फिल्म का एक गाना था ‘राधा कैसे ना जले’ जिसे आशा भोसले ने गाया था। वहींं उदित नारायण और वैशाली सामंत ने मिलकर इसे गाया।
यूं ही चला चल राही
फिल्म ‘स्वदेस’ के गाने भी जावेद अख्तर ने ही लिखे थे। ‘यूं ही चला चल राही’ गाने को उदित नारायण, कैलाश खेर और हरिहरन ने मिलकर गाया।
दो पल रुका
फिल्म ‘वीर जारा’ में इस गाने को भी जावेद अख्तर ने ही लिखा था। इस गाने को लता मंगेशकर और सोनू निगम ने गाया है और संगीत मदन मोहन का है।
कल हो ना हो
फिल्म ‘कल हो ना हो’ का टाइटल ट्रैक भी जावेद अख्तर ने ही लिखा था। इसे सोनू निगम ने गाया और शंकर एहसान लॉय ने संगीत दिया।
इन लम्हों के दामन में
‘जोधा अकबर’ के इस गाने को सोनू निगम और मधुश्री ने गाया है। इस गाने का एआर रहमान ने संगीत दिया है।