नई दिल्ली। डांसिंग क्वीन सपना चौधरी के डांस के दीवानों की कमी नहीं है। हर कोई सपना को लाइव डांस करते हुए देखना चाहता है। सपना ने इस मुकाम तक पहुंचने में बहुत मेहनत की है और वो इस बात की जिक्र कई इंटरव्यू में कर चुकी हैं। आज रीजनल लेवल पर सपना को डांस में टक्कर देना वाला कोई नहीं हैं। अब सपना को लल्लनटॉप के सेट पर देखा गया है, जहां उन्होंने अपने शुरुआती करियर, आत्महत्या की कोशिश और राजस्थान का वो किस्सा बताया जहां स्टेज पर उनके लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल हुआ। तो चलिए जानते हैं कि सपना चौधरी ने क्या-क्या कहा।
महिला नेता ने उतारी इज्जत
लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में सपना से उस किस्से के बारे में पूछा गया, जहां नेता जी को भाषण देना था और लोग सपना का डांस देखने के लिए बेताब थे। इस इवेंट में सपना का डांस देखने के लिए लोगों ने स्टेज पर कुर्सियां फेंकना शुरू कर दिया था और पत्थरबाजी भी हुई थी। इस वाक्या पर बात करते हुए सपना ने कहा कि ये किस्सा राजस्थान का है और उन्हें एक नेता के कार्यक्रम में डांस करने के लिए बुलाया था। सपना ने कहा कि वो महिला नेता थी और खुद को ऐसे दिखा रही थी कि उनके सामने आर्टिस्ट की कोई ईज्जत नहीं है…मुझे काफी बुरा भी लगा लेकिन मैं चुप रही। मैं स्टेज के पीछे बैठी थी और महिला नेता को स्टेज पर भाषण देना था। लोगों ने भाषण सुनना नहीं था, वो सपना-सपना कहने लगे। तब महिला नेता ने कहा कि इसका क्या है.. ये तो चली जाएगी, तुम लोगों को मुझे संभालना है..। ये बाद मुझे बहुत चुभी। जब लोग आपको सुनना नहीं चाहते हैं, वो लोगों की चॉइस है, आप उसका ब्लेम मुझ पर नहीं डाल सकते हो।
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सिंगर बनना चाहती थी सपना चौधरी
सपना ने आगे कहा कि मैं किसी को खुद को इस्तेमाल नहीं करने दूंगी। सबकी अपनी-अपनी इज्जत है। मैं चुपचाप वहां से चली, जिसके बाद का हाल सभी के सामने था। लोगों ने कुर्सियां, पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। अपने इंटरव्यू में सपना ने इस बात का भी खुलासा किया कि वो सिंगर बनना चाहती थी और सिंगर बनने के लिए रागनी शुरू की थी लेकिन डांस की ललक ने उन्हें डांसर बना दिया।