नई दिल्ली। कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड में फरारी काट रहे आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए योगी सरकार की तरफ से इनाम की राशि को 25 हजार से बढ़ाकर 1 लाख कर दिया गया है। इसके अलावा फरार पुलिसकर्मियों के बारे में जानकारी देने वाले शख्स की पूरी पहचान गुप्त और उसकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी कानपुर पुलिस के जिम्मे रहेगी। मनीष गुप्ता हत्याकांड में फरार चल रहे पुलिसकर्मियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए यह कदम उठाया गया है। बता दें कि गोरखपुर के एक होटल में कारोबारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिसमें यूपी पुलिस की भूमिका संदिग्ध बताई गई थी।
जारी की गई तस्वीरें
यहां हम आपको बताते चले कि सरकार की तरफ से फरार चल रहे इन पुलिसकर्मियों को चिन्हित करने के लिए इनकी तस्वीरें भी जारी की गई हैं, ताकि सरलता से इनकी पहचान की जा सकें। इसके अलावा कानपुर पुलिस विभाग की तरफ से साफ कहा जा चुका है कि इन पुलिसकर्मियों के बारे में जानकारी देने वाले शख्स की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी हमारी रहेगी। इनके बारे में जानकारी देने वाले शख्स की पहचान गुप्त रखी जाएगी, ताकि उनको कोई खतरा न हो।
मनीष गुप्ता हत्याकांड मामले में फरार पुलिसकर्मियों (घटना में आरोपी) पर घोषित इनाम की राशि 25 हज़ार से बढ़ाकर 1 लाख कर दी गई है: उत्तर प्रदेश पुलिस pic.twitter.com/DZ38PdXgiE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 9, 2021
इन पुलिसकर्मियों की जारी है तलाश
- निलंबित व फरार पुलिस कर्मी
- 1-निरीक्षक जगत नारायण सिंह निवासी थाना मुसाफिरखाना जनपद अमेठी
- 2- एस आई अक्षय कुमार मिश्रा निवासी थाना नरही जनपद बलिया
- 3-उप निरीक्षक विजय यादव निवासी थाना बक्सा जनपद जौनपुर
- 4-उपनिरीक्षक राहुल दुबे निवासी थाना कोतवाली देहात जनपद मिर्जापुर
- 5-मुख्य आरक्षी कमलेश सिंह यादव निवासी थाना परिसर जनपद गाजीपुर
6-आरक्षी नागरिक पुलिस प्रशांत कुमार निवासी थाना सैदपुर जनपद गाजीपुर
गौरतलब है कि इस मामले को आधार बनाकर विपक्षी दलों ने प्रदेश की लचर कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार के खिलाफ हमलावर भी रहे थे। जिसके बाद से सरकार की तरफ से आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ यह कदम उठाया गया है।