नई दिल्ली। दिल्ली के मुंडका इलाके में कॉमर्शियल बिल्डिंग में लगी आग से 27 लोगों की जान गई। अब खबर ये है कि इस हादसे के बाद 19 लोग लापता भी हैं। इनके घरवाले तलाश करके परेशान हैं। बिल्डिंग को एनडीआरएफ ने अपने कंट्रोल में ले लिया है और अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर बिल्डिंग के दोनों मालिकों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की छानबीन के लिए फोरेंसिक साइंस की मदद भी पुलिस लेने जा रही है। अभी ये पता नहीं चला है कि आग आखिर लगी कैसे। दिल्ली में बीते 25 साल में इस घटना को मिलाकर बड़े अग्निकांड की 6 घटनाएं हो चुकी हैं।
बिल्डिंग की पहली मंजिल पर शुक्रवार शाम करीब पौने 5 बजे आग लगी थी और देखते ही देखते ऊपर की मंजिलों तक फैल गई। पहले फायर ब्रिगेड की 15 गाड़ियां यहां लगाई गई थीं। बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर 20 से ज्यादा की गई। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड ने रोबोट का इस्तेमाल भी किया। करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद देर रात आग को बुझाया जा सका था। आग लगने के बाद तमाम लोग बिल्डिंग के फ्लोर्स से कूदे थे और घायल भी हुए थे। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग से जले हुए शवों के हिस्से भी एनडीआरएफ ने बरामद किए हैं।
इस पूरे मामले में सबसे दुखदायी पहलू ये भी कि दिल्ली में सरकार चलाने वाली आम आदमी पार्टी AAP का कोई नेता मौके पर नहीं पहुंचा। सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया समेत कई मंत्रियों ने देर रात इस मामले में ट्वीट किया। इसकी वजह से लोग इन सभी पर भड़क गए और सोशल मीडिया पर केजरीवाल एंड टीम को जमकर फटकार लगाई। पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे में मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख और घायलों के लिए 50-50 हजार की मदद का एलान कल ही कर दिया था।