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Karnataka: कर्नाटक में मृतक भी ले रहे थे गरीबी रेखा के तहत राशन!, घोटाला सामने आने के बाद 4.59 लाख कार्ड रद्द

पिछले साल भी इसी तरह का घोटाला कर्नाटक में पकड़ा गया था। तब 4 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए थे और अनाज उठाने वालों से 13 करोड़ रुपए की वसूली कर्नाटक सरकार ने की थी। उसके बाद अब फिर फर्जी राशन कार्ड बनाने वालों की छानबीन कर कार्रवाई की जा रही है।

हुबली। कर्नाटक में बड़ा राशन कार्ड घोटाला पकड़ा गया है। यहां खाद्य और रसद विभाग ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर गरीबी रेखा से नीचे बताकर राशन कार्ड बनवाए जाने का खुलासा किया है। जानकारी के मुताबिक बीते 15 दिन में खाद्य विभाग ने हुबली में 4.59 लाख राशन कार्ड रद्द किए हैं। इन राशन कार्डों में से ज्यादातर मृतकों के नाम पर थे। ऐसे लोगों के भी राशन कार्ड रद्द हुए हैं, जो काफी ज्यादा आय करते हैं, लेकिन खुद को गरीबी रेखा से नीचे बताकर राशन ले रहे थे। कर्नाटक में 1.27 करोड़ बीपीएल राशन कार्ड हैं। इनसे राज्य के 4.36 करोड़ लोगों को राशन दिया जाता है। कर्नाटक के खाद्य विभाग तक ऐसी शिकायतें पहुंची थीं कि तमाम लोगों ने फर्जी दस्तावेज देकर गरीबी रेखा से नीचे का बताकर बीपीएल राशन कार्ड बनवा रखे हैं। जिसके बाद जांच की गई और फिर घोटाला सामने आया।

karnataka ration card 3

कर्नाटक सरकार ने खाद्य विभाग से कहा है कि वो सभी बीपीएल राशन कार्ड की जांच करे। इसमें मृतकों की पहचान करना, राशन कार्ड से अनाज लेने वालों की पड़ताल कर उनके नाम हटाने के लिए कहा गया है। पिछले साल भी इसी तरह का घोटाला कर्नाटक में पकड़ा गया था। तब 4 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए थे और अनाज उठाने वालों से 13 करोड़ रुपए की वसूली कर्नाटक सरकार ने की थी। उसके बाद अब फिर फर्जी राशन कार्ड बनाने वालों की छानबीन कर कार्रवाई की जा रही है। माना जा रहा है कि कर्नाटक में अभी और भी ऐसे फर्जी राशन कार्ड बनाए जाने के मामले सामने आ सकते हैं।

karnataka ration card 2

सूत्रों के मुताबिक सरकारी नौकरी करने वाले तमाम लोगों ने भी फर्जी जानकारी देकर गरीबी रेखा से नीचे वाला यानी बीपीएल राशन कार्ड बनवा रखा है। ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की तैयारी खाद्य विभाग कर रहा है। फर्जीवाड़ा पकड़े जाने पर राशन लेने वालों से बाजार दर पर उसका पैसा वसूला जाता है। फिलहाल केंद्र सरकार और कर्नाटक सरकार की तरफ से गरीबी रेखा से नीचे वालों को मुफ्त राशन देने का प्रावधान है।