newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

महाराष्‍ट्र से यूपी आए 7 श्रमिकों में हुई कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि, हड़कंप

लॉकडाउन की वजह से विभिन्‍न राज्‍यों में फंसे प्रवासी मजदूरों व श्रमिकों को उनके गृह राज्‍य और नगर में आने से कोरोनावायरस संक्रमण के फैलने का खतरा और अधिक बढ़ गया है।

लखनऊ। केंद्र सरकार ने लगातार तीसरी बार लॉकडाउन लागू करने का फैसला किया है। दूसरी बार बढ़ाए गए लॉक डाउन की आखिरी तारीख 3 मई थी। लेकिन अब 17 मई तक इसको बढ़ाया गया है। लेकिन इस बीच केंद्र सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को और छात्रों को बड़ी राहत देते हुए यह फैसला किया था। जिसके अनुसार राज्य सरकारें अपने लोगों को वापस ले जा सकती हैं। इसके लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेन और बस सुविधाएं चालू की गई थीं।

लेकिन इस लॉकडाउन की वजह से विभिन्‍न राज्‍यों में फंसे प्रवासी मजदूरों व श्रमिकों को उनके गृह राज्‍य और नगर में आने से कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने का खतरा और अधिक बढ़ गया है। ऐसा ही एक ताजा मामला उत्‍तर प्रदेश के बस्‍ती जिले में सामने आया है। बस्‍ती के जिलाधिकारी ने पुष्टि की है कि महाराष्‍ट्र के मुंबई से आए 7 श्रमिकों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।

Corona

जिलाधिकारी ने बताया कि महाराष्‍ट्र से सरकारी बसों द्वारा श्रमिकों को बस्‍ती लाया गया था। यह बसें झांसी होते हुए बस्‍ती पहुंची थीं। उल्‍लेखनीय है कि मुंबई और झांसी दोनों ही रेड जोन हैं।

बस्ती में एक साथ सात लोगों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। ये सभी लोग मुंबई से आए श्रमिक हैं, जिन्‍हें हरैया के एक स्कूल में क्वॉरन्‍टीन किया गया था। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इन्हें मुंडेरवा स्थित लेवल वन के आइसोलेशन वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।

Corona

केंद्र व राज्‍य सरकारों के बीच समन्‍वय के जरिये इस समय देश में हजारों प्रवासी श्रमिकों, मजदूरों, छात्रों और पर्यटकों को उनके गृह राज्‍य व नगर में भेजने का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए एक मई से श्रमिक स्‍पेशल ट्रेनों का भी संचालन शुरू किया गया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश से लाखों की संख्या में लोग बाहर राज्यों में काम के सिलसिले में जाकर बसे हुए हैं। कई राज्यों में फंसे इन लोगों ने दूसरी बार लॉकडाउन लगाए जाने के बाद से ही शिकायतें करनी शुरू कर दी थीं।