नई दिल्ली। वो रोज दो लोगों का खाना ऑर्डर करता था। कुछ दिन तक श्रद्धा वाकर के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी सक्रिय था। ताकि लोगों को लगे कि श्रद्धा जिंदा है, लेकिन आफताब पूनावाला का ये खेल उसे बचा नहीं सका। श्रद्धा के कत्ल के आरोप में वो अभी दिल्ली पुलिस की पूछताछ का सामना कर रहा है। आफताब ने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या को छिपाने के लिए भरसक कोशिश की। वो उसकी लाश के 35 हिस्से हर रोज थोड़ा थोड़ा कर जंगल में फेंकता रहा। रात के करीब 2 बजे वो ये काम करता। ताकि किसी की नजर न पड़े।
दिल्ली के सनसनीखेज श्रद्धा हत्याकांड में ये ताजा खुलासा हुआ है। आफताब अगर श्रद्धा के सोशल मीडिया अकाउंट्स को अब भी चलाता रहता, तो कत्ल का शायद खुलासा न होता। वजह ये थी कि श्रद्धा ने आफताब के साथ दिल्ली आने पर अपने परिवार से करीब-करीब नाता तोड़ लिया था। उसकी मां का निधन भी 2020 में हो गया था। पिता और भाई ने आफताब से रिश्ते रखने और लिव इन रिलेशनशिप में रहने का विरोध किया था। जिसकी वजह से श्रद्धा उनसे दूर हो गई थी। उसका अपने स्कूली दिनों के दोस्त लक्ष्मण नाडर से ही संपर्क रह गया था।
लक्ष्मण ने पुलिस को बताया है कि श्रद्धा ने उसे आफताब के बुरे बर्ताव की जानकारी दी थी। बताया था कि आफताब उसे पीटता भी है। लक्ष्मण नाडर के मुताबिक श्रद्धा ने आफताब को छोड़ देने का तय भी कर लिया था, लेकिन उससे पहले ही हत्या हो गई। श्रद्धा के दोस्त के मुताबिक हत्या के बाद उसके मैसेज के जवाब आने बंद हो गए। ऐसा लंबे समय तक हुआ। जिसके बाद उसे शक हुआ कि श्रद्धा जीवित है या नहीं। इस पर उसने अपनी दोस्त के पिता से संपर्क किया और उन्होंने पुलिस से शिकायत की।