नई दिल्ली। दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर को ट्रांसफर और पोस्टिंग का हक देने संबंधी केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल पिछले कुछ दिनों से विपक्ष शासित राज्यों में जाकर वहां के सीएम से मिल चुके हैं। अब तक ममता बनर्जी, स्टालिन, हेमंत सोरेन, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव समेत 10 विपक्षी नेता केजरीवाल का समर्थन भी कर चुके हैं। अब अरविंद केजरीवाल दिल्ली में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अध्यादेश के विरोध का बिगुल फूंकने जा रहे हैं। वो इस अध्यादेश के खिलाफ आज दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली करने वाले हैं। आम आदमी पार्टी के सूत्रों का दावा है कि अरविंद केजरीवाल की महारैली में 1 लाख लोग रामलीला मैदान में जुटेंगे।
मोदी सरकार के काले अध्यादेश के ख़िलाफ़ आप सभी #AAPKiMahaRally में आमंत्रित हैं।
?️11 June, 2023
⌚10 AM onwards
?Ramlila Maidan pic.twitter.com/H0mJ5fUdIF— AAP (@AamAadmiParty) June 10, 2023
अरविंद केजरीवाल की रामलीला मैदान में होने वाली इस रैली में पंजाब के सीएम भगवंत मान और सपा की मदद से राज्यसभा के सांसद बने पूर्व कांग्रेसी कपिल सिब्बल भी मौजूद रहेंगे। आम आदमी पार्टी के मुताबिक दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल की इस महारैली में शामिल होकर इसे ऐतिहासिक बनाएगी। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर बताया है कि कपिल सिब्बल आने वाले हैं और उनका हार्दिक स्वागत पार्टी करती है। अभी ये देखना है कि कपिल सिब्बल के अलावा क्या विपक्षी दलों का कोई और नेता अरविंद केजरीवाल की महारैली में आता है या नहीं।
इस महारैली के जरिए अरविंद केजरीवाल 2024 का शंखनाद भी करेंगे। दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें बीजेपी ने पिछली बार जीती थीं। वो भी तब, जबकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की ही सरकार है। केजरीवाल अब किसी भी तरह दिल्ली में बीजेपी के इस विजयरथ को रोकने की जुगाड़ में हैं। हालांकि, खुद का बंगला बनवाने और शराब घोटाले के मामलों में केजरीवाल सरकार भी जनता के दरबार में जवाबदेह बनी हुई है। आज की रैली से साफ होगा कि केजरीवाल इन मसलों पर भी बोलते हैं या सिर्फ अन्य मुद्दों के सहारे बीजेपी को घेरने की कोशिश करते हैं।