नई दिल्ली। दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी AAP एक बार फिर कोरोना के केस बढ़ने के बाद खुद की जिम्मेदारी से मुकरते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रही है। एक तरफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल उत्तराखंड और यूपी में जनसभाएं कर रहे हैं और चंडीगढ़ नगर निगम इलेक्शन में अपनी पार्टी की जीत पर जश्न मनाने चले गए, वहीं उनके स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि मोदी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाई होती, तो दिल्ली में ये हाल नहीं होता। कुल मिलाकर वही हाल है कि हमसे कुछ होता नहीं, तो तुम्ही जिम्मेदार हो।
दिल्ली के सीएम सत्येंद्र जैन ने मोदी सरकार पर आरोप लगाने के लिए केजरीवाल के ट्वीट को आधार बनाया है। जैन का कहना है कि ओमिक्रॉन कोविड का एक प्रकार है, जो विदेश से आया है। केजरीवाल ने इन उड़ानों पर रोक लगाने का बार-बार अनुरोध किया, लेकिन केंद्र ने कोई कदम नहीं उठाया। अगर वक्त पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी गई होती, तो फैलाव को नियंत्रित किया जा सकता था। अब सत्येंद्र जैन से कोई ये सवाल पूछे कि ओमिक्रॉन के साथ दिल्ली में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट भी बड़ी तादाद में फैला है। तमाम और राज्यों में भी दोनों के मरीज हैं। तो फिर इसके लिए केंद्र सरकार ही अकेले किस तरह जिम्मेदार है ?
बता दें कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार पहले भी केंद्र पर ठीकरा फोड़कर अपनी जान बचाती रही है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी दिल्ली सरकार ऑक्सीजन लाने के लिए टैंकर तक नहीं दे सकी थी। वहीं, केंद्र सरकार ने कोरोना के इलाज के लिए जो मेकशिफ्ट अस्पताल बनवाए थे, वहां जाकर केजरीवाल ने ये दावा कर दिया था कि अस्पताल दिल्ली सरकार बनवा रही है। सत्येंद्र जैन को आरोप लगाना था, सो लगा दिया, लेकिन उनके सीएम आखिर ऐसे हालात में पड़ोसी राज्यों में घूम-घूमकर प्रचार क्यों कर रहे हैं और चंडीगढ़ में जश्न मनाने क्यों चले गए, इस पर उनकी चुप्पी तमाम सवाल तो खड़े करती ही है।