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BJP Slams Cong: मनीष की किताब के बहाने कांग्रेस पर बीजेपी का निशाना, यूपीए सरकार को बताया निकम्मा

BJP Slams Cong: बीजेपी ने कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी की आने वाली किताब को मुद्दा बना लिया है। इस किताब में मनीष तिवारी ने लिखा है कि 2008 में यूपीए सरकार के दौरान मुंबई पर हुए आतंकी हमले के वक्त त्वरित कार्रवाई नहीं करना गलत था। बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इसे आधार बनाकर कांग्रेस, सोनिया और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है।

नई दिल्ली। बीजेपी ने कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी की आने वाली किताब को मुद्दा बना लिया है। इस किताब में मनीष तिवारी ने लिखा है कि 2008 में यूपीए सरकार के दौरान मुंबई पर हुए आतंकी हमले के वक्त त्वरित कार्रवाई नहीं करना गलत था। बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इसे आधार बनाकर कांग्रेस, सोनिया और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूछा कि क्या सोनिया गांधी और राहुल गांधी, मनीष तिवारी की किताब में लिखी गई बात पर अपनी चुप्पी तोड़ेंगे ? भाटिया ने कहा कि आज साफ हो गया कि केंद्र में कांग्रेस की जो सरकार थी वो निठल्ली और निकम्मी थी। यहां तक कि राष्ट्र की सुरक्षा जैसे मुद्दे और भारत की अखंडता की भी उसे चिंता नहीं थी। हर भारतीय ये बात कहता था और बीजेपी भी यही बात कह रही थी। आज कांग्रेस शासन में मंत्री रहे मनीष तिवारी ने स्वीकारा है कि उनकी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को दांव पर लगा दिया था।

दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने 10 फ्लैश प्वाइंट, 20 ईयर्स नाम से एक किताब लिखी है। किताब के जरिए मनीष तिवारी ने मुंबई आतंकी हमले के बाद कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर यूपीए सरकार की आलोचना की है। किताब में मनीष तिवारी ने लिखा है कि मुंबई हमले के बाद भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी। उन्होंने ये भी लिखा कि कार्रवाई न करना कमजोरी की निशानी है। मनीष तिवारी ने अपनी किताब में लिखा है कि जब किसी देश को निर्दोष लोगों के कत्लेआम करने का कोई खेद नहीं, तो संयम ताकत की पहचान नहीं है, बल्कि कमजोरी की निशानी है। 26/11 ऐसा मौका था, जब शब्दों से ज्यादा जवाबी कार्रवाई करने की जरूरत थी। तिवारी ने मुंबई हमले की तुलना अमेरिका के 9/11 से की है और लिखा है कि भारत को उस समय तीव्र जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए थी।

बता दें कि मनीष तिवारी काफी समय से आलाकमान और कांग्रेस के कुछ नेताओं के खिलाफ गाहे-बगाहे अपनी नाराजगी जताते रहे हैं। अब किताब के जरिए अपनी ही पार्टी की यूपीए सरकार पर उन्होंने हमला किया है। जबकि, उसी सरकार में वह मंत्री थे और यूपीए शासन के दौरान कांग्रेस के प्रवक्ता भी रहे थे। मनीष ने किताब में ये नहीं बताया है कि जो बात अब वो मुंबई हमलों के बारे में कह रहे हैं, उसे सरकार और पार्टी में प्रवक्ता रहने के दौरान उन्होंने उठाया था या नहीं।