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Punjab: पंजाब में AAP की ‘मुफ्त’ की राजनीति हुई बेनकाब? चुनावी वायदे मोदी सरकार के सहारे!

Punjab: सोशल मीडिया पर पल्ला झाड़ने की AAP की ‘आदत’ पर लोग मजाक उड़ा रहे हैं। सरकारी कोष की आय बढ़ाने की बजाय दूसरों पर आरोप मढ़ने का काम कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, सरकार में आने के बाद पता चला की खजाना तो खाली अब फ्री बिजली और पानी कैसे देंगे, महिलाओं को हर महीना 1000 रुपये का वादा किया था वो कैसे पूरे होंगे।

नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार भगवंत मान ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की। इस दौरान मान ने राज्य की खराब वित्तीय हालत का हवाला देते हुए अगले 2 वर्षों के लिए एक लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की मांग की। उन्होंने इसके बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से अगले दो वर्षों तक हर वर्ष 50 हजार करोड़ रुपये का पैकेज देने की मांग भी की। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव से आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाने के लिए जनता से कई वायदे किए। दिल्ली की तर्ज पर पंजाब में भी आप ने जनता को लुभाने के लिए मुफ्त का लालच दिया। चुनाव से पहले आप ने लोक लुभावने वादे किए। जिनमें फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं को 1,000 रुपया महीना। मगर अब राज्य में सरकार बनने के बाद मान सरकार की मुफ्त की राजनीति की सच्चाई सामने आ गई है। एक तरफ जहा पंजाब में चुनावी वादों की केजरीवाल लगातार बौछार कर रहे थे। वहीं अब सत्ता में काबिज होने के बाद मान सरकार मोदी सरकार से मदद की गुहार लगा रही है।

PM Modi and Bhagwant Mann

इतना ही नहीं पंजाब सीएम मान सरकारी खजाना खाली होने का राग अलापने लगे है। मान अब मोदी सरकार से 2 वर्षों पर 50 हजार करोड़ रुपये का पैकेज मदद की मांग की। सोशल मीडिया पर पल्ला झाड़ने की AAP की ‘आदत’ पर लोग मजाक उड़ा रहे हैं। सरकारी कोष की आय बढ़ाने की बजाय दूसरों पर आरोप मढ़ने का काम कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, सरकार में आने के बाद पता चला की खजाना तो खाली अब फ्री बिजली और पानी कैसे देंगे, महिलाओं को हर महीना 1000 रुपये का वादा किया था वो कैसे पूरे होंगे।

एक अन्य यूजर ने लिखा, चुनाव के समय- पंजाब में पैसा बहुत है जी, मैं सब कुछ फ्री कर दूंगा। चुनाव के बाद- हमारे पास पैसा नहीं है जी, मोदी जी मदद करो।

लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये भी है कि क्या अरविंद केजरीवाल को पहले अंदाजा नहीं था कि पंजाब की जनता से किए गए वायदे कैसे पूरे करेंगे? क्या केजरीवाल ने पंजाब में सत्ता पर काबिज होने के लिए जनता को गुमराह करने और बरगलाने की कवायद की थी? मगर मान सरकार का असल टेस्ट अब शुरु होने वाला है। क्योंकि यहां तो दिल्ली जैसी कोई बाधा भी नहीं। सरकार चलाने में दिल्ली जैसी कोई अड़चन भी नहीं। बता दें कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने जबरदस्त की जीत का परचम लहराया था। चुनावों में आप की आंधी में सारी पार्टियां चारों खाने चित हो गईं थी। पंजाब में AAP ने 92 सीटों पर जीत हासिल की।