newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

ठाकरे सरकार पर केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर का प्रहार, कहा- ‘महाराष्ट्र में अब देशभक्ति गुनाह हो गया है…’

Uddhav Thackeray: बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार रिहाना(Rihanna) के ट्वीट पर रिएक्शन में हुए ट्वीट्स की जांच करेगी। जांच में इस बात का पता लगाया जाएगा कि समाज की इन दिग्गज हस्तियों ने जो ट्वीट किए थे, वे कहीं केंद्र सरकार के दबाव में तो नहीं किए।

नई दिल्ली। हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय पॉप स्टार रिहाना (Rihanna) ने भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया। इसपर भारत की कई मशहूर हस्तियों ने उनका जमकर विरोध किया। इसमें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar ), स्वर कोकिला लता मंगेश्कर (lata Mangeshkar), फिल्म अभिनेता अजय देवगन, अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी समेत कई दिग्गजों ने रिहाना के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उनकी जमकर क्लास भी लगाई। साथ ही उन्होंने भारत के आंतरिक मामले से दूर रहने की भी सलाह दी थी। वहीं अब इन दिग्गजों के ट्वीट को लेकर महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जिसको लेकर अब केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा कि, महाराष्ट्र में अब देशभक्ति गुनाह हो गया है।

CM Uddhav Thackeray

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “महाराष्ट्र में अब देशभक्ति गुनाह हो गया है। लता मंगेशकर, सचिन तेंदुलकर, अक्षय कुमार, अजय देवगन इत्यादि द्वारा भारत के पक्ष में दिए गए बयानों के कारण इन सभी की महाराष्ट्र सरकार जांच करेगी! यही है FDI-Foreign Destructive Ideology का प्रभाव।” अपने इस ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने लता मंगेशकर, अक्षय कुमार और सचिन तेंदुलकर को भी टैग किया है।

Prakash Javdekar Tweet

बता दें कि सोमवार को महाराष्‍ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने इसके संकेत दिए हैं। खास बात ये है कि महाराष्ट्र सरकार ने जिन लोगों के ट्विटर खातों की जांच के आदेश दिए हैं उनमें भारत रत्न से सम्मानित प्रसिद्ध गायिका लता मंगेश्कर  तथा दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के नाम शामिल हैं।

uddhav thackeray

बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार रिहाना के ट्वीट पर रिएक्शन में हुए ट्वीट्स की जांच करेगी। जांच में इस बात का पता लगाया जाएगा कि समाज की इन दिग्गज हस्तियों ने जो ट्वीट किए थे, वे कहीं केंद्र सरकार के दबाव में तो नहीं किए।