नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए कई दिनों से माथापच्ची चल रही है। पार्टी के अंदर ही कई नेता हैं जो चाहते हैं कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को एक बार फिर से पार्टी की कमान मिले और उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाए। वहीं कुछ नेता ऐसे भी में हैं जिनका मानना है कि पार्टी की कमान अभी सोनिया गांधी के हाथ में ही ठीक है। ऐसे में इन हलचलों के बीच लखनऊ से भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ चुके कांग्रेसी नेता आचार्य प्रमोद ने रविवार की सुबह अपने ट्वीट में कुछ ऐसा लिखा है जो राहुल गांधी और उनके समर्थकों को शायद ठीक ना लगे। दरअसल आचार्य प्रमोद ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए प्रियंका गांधी का नाम सुझाया है और कहा है कि, मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के “ख़िलाफ़” पूरे देश में एक जन आंदोलन खड़ा किया जा सके, इसके लिए पार्टी की कमान प्रियंका गांधी के हाथों में होनी चाहिए।
अपने ट्वीट में आचार्य प्रमोद ने लिखा है कि, “देश के वर्तमान राजनैतिक “परिदृश्य” को देखते हुए कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ताओं की भावना है कि पार्टी की “कमान” प्रियंका गांधी को सौंप दी जाये, ताकि मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के “ख़िलाफ़” पूरे देश में एक जन आंदोलन खड़ा किया जा सके।”
वहीं इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए एक यूजर ने लिखा कि, “सर जी बहुत सही कहा है आपने प्रियंका जी हों या तीसरा कोई भी हो लेकिन सोनिया जी और राहुल जी ना हो नहीं तो पार्टी गटर में चली।”
सर जी बहुत सही कहा है आपने प्रियंका जी ho ya तीसरा कोई भी हो लेकिन सोनिया जी और राहुल जी ना हो नहीं तो पार्टी गटर में चली.
— Ramashray Yadav (@Ramashray93) November 22, 2020
देखिए आचार्य प्रमोद के इस ट्वीट पर लोगों ने किस तरह से रिप्लाई किए..
बाबा जी कभी हिंदू धर्म संस्कृति के लिए भी आवाज उठा लिया करो जो आज हमारी बॉलीवुड के द्वारा हो रहा है आपको एक लिंक भेज रहा हूं रिट्वीट कर दें
— Manoj joshi 666 (@manojdajoshi) November 22, 2020
गांधी परिवार की गुलामी ही सर्वोपरि है ,
जरा आत्म निर्भर भी बन जाओ , महाशय?
60 साल की गुलामी कम पड़ रही है क्या ?— देश हित सर्वोपरि ???? (@Ritesh92710147) November 22, 2020
कुछ भी आजमा लो मौलाना, कुछ नही होने वाला,पूरा परिवार और ऊनका पिछलग्गू गैंग मिलकर पहले भी सारी तिकडमे आज़मा चुके हों, नतीजा वही ढाक के तीन पात निकला,,वैसे तुम्हारी
नेताईन ने आज तक कौन से झंडे गाड़ दिए जो अब गाड़ लेगी,, जहां जहां कोशिश की मुंह की खाई हैं,,आगे भी यही होना हैं,,— Chandra Prakash Sharma (@Chandra92478698) November 22, 2020
तो फिर आपके व चम्मचो के “भगवान” पप्पू गांधी का क्या होगा ??? राजमाता भूरीकाकी कहा जाएंगी ??? वैसे मैडम वाड्राइन यूपी की प्रभारी भी तो हैं 2019 लोकसभा चुनाव व सात विधानसभा उपचुनाव में सभी प्रत्याशियों की जमानतें जब्त करवाकर वो अपनी “काबिलियत” तो दिखा ही चुकी हैं।
— एक राष्ट्रभक्त (@SatishM81957227) November 22, 2020
प्रियंका तो यूपी में फेल रहीं हैं।
अब रैहान राजीव वाड्रा जी को भी दायित्व सौंपना चाहिए।
— पवन पाण्डेय ।। Pawan Pandey (@pawan_aflatoon) November 22, 2020
— शंकर शर्मा.?? (@imShankara) November 22, 2020
??
इस का मतलब आप भी मानते हो
राहुल गांधी सक्षम नही है,
राहुल गांधी मे योग्यता की कमी है,
राहुल गांधी मे जानकारी की कमी है
राहुल गांधी मे क्षमता का आभाव है
राहुल गांधी की संघटन पे पकड नही है
राहुल गांधी कॉग्रेस का आधार नही बन सकते
राहुल गांधी को आप भी / कोई भी सिर्फ नही लेता ?— Hindustani SB (@SomnathBhagwat6) November 22, 2020
आचार्य जी एक बात बताइए, जब कांग्रेस की सरकार थी तो मेहंगाई से लेकर छोटे छोटे मुद्दों पर विपक्ष सड़कों पर आ जाता था, जोरदार हंगामा होता था, उससे लोगों को लगता था कि कुछ हो रहा है जिसमें लोग साथ देते थे, राहुल गांधी क्या केवल ट्विटर पर बोलने के लिए हैं।।।
— Ansari Husain (@AnsariH08697967) November 22, 2020
इसे आत्ममंथन नहीं कहा जाता, इसे कहा जाता है इसकी टोपी उसके सिर।
सबसे पहले मध्यप्रदेश में कांग्रेसी नेताओं की टूट फूट, दल-बदल, सरकार गिरने, चुनाव में बुरे प्रर्दशन, हार के जिम्मेवार लोगों को हटाओ। एक झटके में सब कांग्रेसी नेता सुधर जाएंगे। दादी सी नाक बिल्कुल फेल है।
— वेद (@grwlbpa) November 22, 2020
आचार्य जी
गाँधी परिवार से अलग अध्यक्ष तलाशिये तभी कांग्रेस आगे बढ़ेगी क्योंकि आज भाजपा के झूठे प्रचार ने गांधी परिवार के प्रति जनता में अविश्वास पैदा कर दिया है इसलिए वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में गाँधी परिवार से अलग ही कांग्रेस अध्यक्ष सफल हो सकता है।— धनञ्जय सिंह (@sghdhananjay) November 22, 2020
नहीं,हमको हमारा पप्पू ही चाहिए,पप्पू से बेहतर कोई नही,पप्पू के बाद अगर कांग्रेस मे कोई काबिल है तो अपना @Dr_Uditraj ,ये प्रियंका कौन है ? pic.twitter.com/uaP1qgXBTi
— ?Prakash Singh बब्बर ? (@aadi_hindu) November 22, 2020
करोड़ों कार्यकर्ताओं की राय है या कुछ पारिवारिक भक्तों की ? जब तक अध्यक्ष थोपा जाता रहेगा कांग्रेस पार्टी रसातल में जाती रहेगी! इसलिए अभी भी समय है लोकतांत्रिक तरीके से पार्टी अध्यक्ष का चुनाव कराइये और देश को एक सशक्त राजनीतिक विकल्प दीजिए।
जय हिन्द— Avdhesh Kumar (@Avdhesh25423779) November 22, 2020