नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपराध पर लगाम लगाने को लेकर काफी सख्ती बरत रही है। रेप जैसे घिनौने कृत्यों को अंजाम देने वालों को योगी सरकार छोड़ने के मूड में नजर नहीं आ रही है। बता दें कि हाथरस गैंगरेप को लेकर प्रदेश में छिड़ी सियासी जंग के बीच योगी सरकार के अधिकारियों ने बलरामपुर गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की। गौरतलब है कि 22 सितंबर को बलरामपुर में कथित तौर पर गैंगरेप के बाद एक 22 वर्षीय युवती की मौत हो गई थी। इसी सिलसिले में पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के साथ एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार बलरामपुर पहुंचे थे। बता दें कि दोनों अधिकारी योगी सरकार के निर्देश पर बलरामपुर जिले के गैंसड़ी कोतवाली आए। इससे पहले हाथरस में डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के साथ अवनीश अवस्थी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। परिवार से मिलकर अधिकारियों ने न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
बलरामपुर में पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के बाद अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि “परिवार ने जो भी बिंदु बताए उन्हें हमें नज़दीक से मॉनीटर करेंगे। परिवार की मांग है कि जो भी दोषी हैं उन्हें छोड़ा न जाए और जो छूट गए हैं उनको भी खोजकर उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए।”
बलरामपुर मामले में अबतक क्या हुआ
बता दें कि बलरामपुर मामले में अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। बलरामपुर के गैसड़ी कोतवाली क्षेत्र में छात्रा के साथ हुई हैवानियत में आई पीएम रिपोर्ट में छात्रा से गैंगरेप की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट की मानें तो छात्रा की मौत लीवर और आंत में गंभीर चोट लगने के कारण हुई है। चोट के कारण पीड़ित छात्रा की आंत फट गई और अधिक खून जमा होने के कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में 366, 376-डी, 302 और एससी एसटी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है और अब तक दो नामजद सहित 4 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है।
बीते 29 सितंबर को छात्रा बी.कॉम कक्षा में ऐडमिशन कराकर वापस लौट रही थी तो करीब 6-7 लोगों ने छात्रा का अपहरण कर लिया और एक दुकान के कमरे में ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।