नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद गृह मंत्रालय अब हरकत में आ चुका है। इस मामले की गंभीरता को समझते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल से तीन आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। बता दें कि इन तीन अधिकारियों को डेप्युटेशन पर दिल्ली बुलाया गया है। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेपी नड्डा की सुरक्षा में लापरवाही के चलते शनिवार को ये कार्रवाई की है। गृह मंत्रालय की तरफ से उठाए गए इस कदम के बाद अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। गौरतलब है कि गृह मंत्रालय पर टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल के IAS और IPS अधिकारियों को आतंकित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को डेप्युटेशन पर भेजना, गृह मंत्रालय द्वारा दबाव डालने की रणनीति है। ऐसा करके राज्य में इमरजेंसी जैसी स्थिति पैदा की जा रही है।
वहीं ममता सरकार में फैली अराजकता को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बीजेपी नेताओं पर ईंट बरसा रहीं हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी हमले की साजिश रची गई।
उन्होंने कहा कि, बीजेपी की अपनी रीति-नीति है। हम अपनी सहिष्णुता नहीं छोड़ते। हम ईंट का जवाब फूल से देंगे। हमारा ‘कमल’ राज्य को नई पहचान देगा।
वहीं हमले के बाद दक्षिण 24 परगना जेपी नड्डा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि, “हमारे काफिले में एक भी ऐसी कार नहीं जिस पर हमला न किया गया। मैं सुरक्षित हूं क्योंकि मैं बुलेटप्रूफ कार में यात्रा कर रहा था। पश्चिम बंगाल में अराजकता और असहिष्णुता की इस स्थिति को समाप्त करना है।”