newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Manish Sisodia: SC से फटकार खाने के बाद सिसोदिया ने किया राउज एवेन्यू कोर्ट का रुख, दाखिल की जमानत याचिका

Manish Sisodia: सुप्रीम कोर्ट से झटका लगने के बाद सिसोदिया को डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। सिसोदिया के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भी अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन, बीजेपी ने दोनों आप नेताओं के इस्तीफों पर भी सवाल उठाए।

नई दिल्ली। आप नेता व दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के वकील ने अपने मुवक्किल के नियमित जमानत के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की है। जिस पर कल (शनिवार) सुनवाई होगी। इससे पूर्व सिसोदिया के वकील ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने कहा था कि आप दिल्ली में हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि सीधे सुप्रीम कोर्ट ही आ जाएंगे। आपको पहले हाईकोर्ट जाना चाहिए, लेकिन आप सीधे सुप्रीम कोर्ट ही आ गए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा याचिका खारिज किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली हाईकोर्ट जाने का ऐलान किया था। जिसके बाद अब आप की तरफ से जमानत याचिका दाखिल की गई है। अब ऐसे में देखना होगा कि कोर्ट इस याचिका पर क्या फैसला सुनाता है।

गौरतलब है कि विगत रविवार को दिल्ली आबकारी नीति में कथित घोटाले में आठ घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, सिसोदिया ने पहले ही अपनी गिरफ्तारी की आशंका व्यक्त कर दी थी। सीबीआई पूछताछ से पहले सिसोदिया राजघाट पहुंचे थे। जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और उनसे आह्वान किया कि अगर उन्हें सीबीआई गिरफ्तार कर लेती है। आप नेता ने आशंका व्यक्त की थी कि उन्हें आठ नौ महीने सलाखों के पीछे रहना पड़ सकता है। सिसोदिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह भी किया था कि उनकी गैर मौजूदगी में उनके परिवार का ख्याल रखा जाए। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सीएम केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पूर्व डिप्टी सीएम के परिजनों से मिलने भी पहुंचे थे। सिसोदिया की पत्नी अक्सर बीमार रहती हैं और बेटा विदेश में पढ़ता है।

manish sisodia

उधर, सुप्रीम कोर्ट से झटका लगने के बाद सिसोदिया को डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। सिसोदिया के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भी अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन, बीजेपी ने दोनों आप नेताओं के इस्तीफों पर भी सवाल उठाए। वहीं, आप ने कहा कि दिल्ली सरकार का काम प्रभावित ना हो, जिसे ध्यान में रखते हुए दोनों नेताओं का इस्तीफा लिया गया है। बता दें कि सिसोदिया के पास 18 विभाग थे। ऐसे में जेल से ही उन सभी विभागों को देख पाना मुश्किल था। वहीं मौजूदा स्थिति को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि अभी सिसोदिया लंबी कानूनी जंग लड़नी होगी। ऐसे में उनके लिए यह आसान नहीं है कि वो ऐसी स्थिति में सभी विभागों कामकाज देख सकें। जिसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया, लेकिन अब उनके इस्तीफे पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

arvind kejriwal and manish sisodia

बीजेपी का कहना है कि सिसोदिया का इस्तीफा पूर्व नियोजित था। पार्टी ने दोनों आप नेताओं के इस्तीफे को पूर्व नियोजित बताया है, क्योंकि दोनों ही इस्तीफों में तारीख दर्ज नहीं है, जिसे देखते हए माना जा रहा है कि पूर्व जोखिमों का अनुमान लगाने के बाद ही इस्तीफा लिखवा लिया गया था। उधर, दिल्ली आबकारी नीति को लेकर अभी दिल्ली का राजनीति में भूचाल का सिलसिला जारी है। इसके अलावा बीजेपी और आप के बीच भी पूरे मसले को लेकर आरोप- प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। ऐसे में अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है ।इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम