पटना। बिहार के पटना में इन दिनों शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी सड़कों पर हैं। शनिवार को 1.7 लाख शिक्षक पदों पर भर्ती से पहले बिहार सरकार की नई डोमिसाइल नीति के विरोध में हजारों बेरोजगार युवा बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारी डाक बंगला चौक, इनकम टैक्स चौक और जेपी चौक पर एकत्र हुए, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला फूंका। उन्होंने शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर के उस बयान पर असंतोष व्यक्त किया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि बिहार के छात्र अन्य राज्यों के छात्रों की तुलना में कम प्रतिभाशाली हैं।
VIDEO | Police personnel chase away protesting teacher aspirants in Patna who are demanding implementation of domicile policy in recruitment. pic.twitter.com/2UivKfnvDg
— Press Trust of India (@PTI_News) July 1, 2023
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने मांग की कि बिहार सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अन्य राज्यों के छात्रों से आवेदन स्वीकार करने के अपने फैसले को वापस ले और यह मांग पूरी नहीं होने पर अपना विरोध जारी रखने की चेतावनी दी। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को एसटीईटी, सीटीईटी, प्राथमिक, माध्यमिक और अनुबंध शिक्षकों सहित विभिन्न शिक्षक संघों से समर्थन मिला। पुलिस ने जवाब में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसके परिणामस्वरूप पटना की सड़कों पर झड़पें हुईं। छात्रों को सड़कों पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया।
Six job aspirants have sustained injuries and over 36 have been detained after #Patna police restored to lathicharge to disperse the agitators assembled at Dak Bungalow Chowk, here to protest removal of domicile policy for teachers’ recruitment by the #NitishKumar government. pic.twitter.com/51BfBr7Sng
— IANS (@ians_india) July 1, 2023
डीएसपी कोतवाली (कानून एवं व्यवस्था) नुरुल हक ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा, क्योंकि वे ट्रैफिक जाम कर रहे हैं और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में उन्हें जेल जाना होगा। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस लाठियां बरसा रही है। चल रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण यातायात बाधित हो गया है और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। प्रदर्शनकारियों को अपने कार्यों के लिए कानूनी परिणाम भुगतने होंगे।