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Indian Economy: IMF का दावा, 2023 में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था में मचेगा हाहाकार, लेकिन भारत स्थापित करेगा ये बड़ा कीर्तिमान

आईएमएफ यानी की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से एक प्रतिवेदन सार्वजनिक की गई है, जिसमें मुख्तलिफ मुल्कों के अर्थव्यवस्था के सूरतेहाल के बारे में तफसील से बताया गया है। रिपोर्ट में आगामी वित्तीय वर्ष 2023 में अर्थव्यवस्था की संभावित वृद्धि के बारे में बताया गया है। बता दें कि इस रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस की अर्थव्यवस्था में 1 फीसद की वृद्धि की संभावना व्यक्त की गई है।

नई दिल्ली। पता तो होगा ही आपको कि कांग्रेस से लेकर तमाम विपक्षी दलों के सूरमा किसी ना किसी मसले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रहते हैं। बात चाहे रोजगार की हो या स्वास्थ्य या फिर अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति की। हर मसले को लेकर विपक्षी दल पूरी की पूरी एकजुटता के साथ केंद्र की मोदी सरकार को घेरने का काम करते हैं, लेकिन इस रिपोर्ट में हम आपको एक ऐसी खबर के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं, जिससे वाकिफ होने के बाद अगर आप पीएम मोदी के कट्टर विरोधी हैं, तो आपको बहुत बुरा लग सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर आप हमें ऐसी कौन-सी खबर के बारे में बताने जा रहे हैं। जरा कुछ खुलकर बताएंगे तो चलिए अब हम आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।

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दरअसल, आईएमएफ यानी की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से एक प्रतिवेदन सार्वजनिक किया गया है, जिसमें मुख्तलिफ मुल्कों के अर्थव्यवस्था के सूरतेहाल के बारे में तफसील से बताया गया है। रिपोर्ट में आगामी वित्तीय वर्ष 2023 में अर्थव्यवस्था की संभावित वृद्धि के बारे में बताया गया है। बता दें कि इस रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस की अर्थव्यवस्था में 1 फीसद की वृद्धि की संभावना व्यक्त की गई है। जर्मनी की अर्थव्यवस्था 0.3 फीसद की संभावना व्यक्त की गई है। फ्रांस की अर्थव्यवस्था में 0.7 फीसद की वृद्धि की संभावना व्यक्त की गई है। वहीं, इटली की अर्थव्यवस्था में 0.2 फीसद की वृद्धि संभावना व्यक्त की गई है। स्पेन की अर्थव्यवस्था में 1.2 फीसद की संभावना व्यक्त की गई है। वहीं, जापान की अर्थव्यवस्था में 1.6 फीसद की वृद्धि की संभावना तो यूके 0.3, कनाडा 1.5 फीसद, चीन 4.4 फीसद, रूस -2.3 फीसद, ब्राजील 1 फीसद, मैक्सिको 1.2 फीसद, नाइजीरिया 3 फीसद, आरएसए की अर्थव्यवस्था में 1.1 फीसद की वृद्धि की संभावना व्यक्त की गई है। उधर, अगर भारतीय अर्थव्यवस्था की संभावित ग्रोथ 6.1 फीसद बताई गई है, जो कि अन्य यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था की तुलना में बेहतर ही नहीं, अपितु बेहद बेहतर है और इसके साथ यह इस बात का भी संकेत है कि मोदी सरकार अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर ना महज बेहतर काम कर रही है, बल्कि लोगों को रोजगार दिलाने की दिशा में अनुकरणीय पहल भी कर रही है।

बता दें कि आईएमएफ की इस रिपोर्ट से वाकिफ होने के बाद लोग हर्षित भी हो रहे हैं, लेकिन उन सभी दलों को मिर्ची लग रही है, जो कल तक केंद्र की मोदी सरकार को कभी रोजगार तो कभी बदहाल अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर घेरने का काम कर रहे हैं। बहरहाल, अभी आईएमएफ द्वारा साझा की गई यह रिपोर्ट खासा सुर्खियों में है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं।