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Maharashtra: चाचा के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने के बाद एक्शन में अजित पवार, अब मुंबई में खोलेंगे NCP का नया कार्यालय

अब इसी बीच अजित पवार ने मुंबई में अपना नया कार्यालय खोलने का ऐलान कर दिया है। जहां से वे अपनी सभी योजनाओं को जमीन पर उतारने की कवायद शुरू करेंगे। इसके अवावा पांच जुलाई शरद गुट से लेकर अजित पवार की ओर से बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगामी रूपरेखा के बारे में फैसला लिया जाएगा।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सियासी बगावत के पटकथा लेखक अजीत पवार मंगलवार को एनसीपी का नया कार्यालय मुंबई में खोलेंगे। उनके इस कदम को एनसीपी में अधिकार की बढ़ती जंग के रूप में देखा जा रहा है। रविवार को प्रेसवार्ता में अजित ने स्पष्ट कर दिया था कि वो एनसीपी के चुनाव चिन्ह के लिए लड़ेंगे। अजित खुद को असली एनसीपी वाले बता रहे हैं। वहीं, उनसे शरद पवार की भूमिका को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने यह भी स्पष्ट करने से गुरेज नहीं किया कि वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और हमेशा ही रहेंगे। इसके अलावा बतौर राष्ट्रीय अध्य़क्ष शरद पवार ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने की वजह से बीते दिनों कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को निष्काषित कर दिया, लेकिन निष्काषण के तुरंत बाद अजित गुट ने सुनील तटकरे को एनसीपी के प्रदेश अध्य़क्ष की कमान सौंप दी।

ajit pawar 345

अब इसी बीच अजित पवार ने मुंबई में अपना नया कार्यालय खोलने का ऐलान कर दिया है। जहां से वे अपनी सभी योजनाओं को जमीन पर उतारने की कवायद शुरू करेंगे। इसके अवावा पांच जुलाई शरद गुट से लेकर अजित पवार की ओर से बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगामी रूपरेखा के बारे में फैसला लिया जाएगा। बता दें कि बीते रविवार को प्रेसवार्ता के दौरान अजित पवार ने दावा किया था कि एनसीपी के 40 विधायकों का समर्थन उन्हें प्राप्त है। उनके इस दावे ने शरद पवार की टेंशन बढ़ा दी। हालांकि, वो मंझे हुए सियासी खिलाड़ी हैं और उनके पास इस तरह की परिस्थितियों से निपटने का अनुभव भी है।

ajit pawar and sharad pawar

उन्होंने खुद प्रेसवार्ता में इस बात का खुलासा किया था कि वे पहले भी इस तरह की स्थितियों का सामना कर चुके हैं, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने प्रफुल्ल पटेल, जिनको उन्होंने बीते दिनों कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था, उनकी द्वारा भी बगावत का बिगुल फूंके जाने को लेकर आश्चर्य व्यक्त किया था। हालांकि, प्रफुल्ल पटेल को शरद पवार बाहर का रास्ता दिखा चुके हैं, लेकिन उन्होंने अपने भतीजे अजित के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा जिसे लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। वहीं, बीते रविवार को उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि इस राजनीतिक उलटफेर से परिवारिक सौहार्द पर कोई असर नहीं पड़ा है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति में क्या कुछ असर देखने को मिलता है । इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए । न्यूज रूम पोस्ट.क़ॉम