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UP: जेल में थे तो नाम तक न लिया, अब मिलने पहुंचे हॉस्पिटल, क्या इस वजह से आजम खान से फिर प्रेम जताने लगे अखिलेश यादव?

जेल में आजम खान के रहते वो कभी उनसे मिलने नहीं गए थे और जिस दिन आजम खान जेल से छूटे, तब भी अखिलेश वहां मौजूद नहीं थे। अखिलेश के चाचा शिवपाल जेल के बाहर आजम का स्वागत करने के लिए खड़े थे। बहरहाल, बीमारी की वजह से कमजोर लग रहे आजम खान से अखिलेश मिले।

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जेल में रहते वक्त पार्टी के सीनियर नेता आजम खान से मुलाकात करना तो दूर, उन्हें जेल भेजे जाने के विरोध में एक बयान तक नहीं दिया था। वहीं, उनके चाचा शिवपाल सिंह जेल जाकर आजम खान से मिले थे। चाचा और आजम के बीच छन रही दोस्ती को देखते हुए शायद अब अखिलेश यादव को लगा कि आजम को गंवा दिया तो सपा के परंपरागत वोट बैंक को बचाने में मुश्किल होगी। आजम जिस तरह से उन पर तंज कस रहे थे, उससे भी लगता है कि अखिलेश यादव को भविष्य की चिंता सता रही होगी। ऐसे में बुधवार को अखिलेश ने आजम से रिश्ते फिर पटरी पर लाने की पहल की।

इस पहल के तहत अखिलेश यादव दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में बीते कुछ दिनों से भर्ती आजम खान से मिलने गए। जबकि, जेल में आजम खान के रहते वो कभी उनसे मिलने नहीं गए थे और जिस दिन आजम खान जेल से छूटे, तब भी अखिलेश वहां मौजूद नहीं थे। अखिलेश के चाचा शिवपाल जेल के बाहर आजम का स्वागत करने के लिए खड़े थे। बहरहाल, बीमारी की वजह से कमजोर लग रहे आजम खान से अखिलेश मिले। फोटो खिंचवाई और काफी देर तक बात की।

shivpal yaday aazam khan

अखिलेश और आजम दोनों ने ये नहीं बताया कि लंबी बातचीत का एजेंडा क्या था, लेकिन सूत्रों के मुताबिक अखिलेश ने आजम को बताया कि सहयोगी दल के नेता मसलन ओमप्रकाश राजभर के बेटे और विधानसभा चुनाव हारने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य उनपर यूपी विधान परिषद भेजने का दबाव डाल रहे हैं। सपा की तरफ से 4 विधायक ही विधान परिषद के लिए चुने जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक अखिलेश ने आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव पर भी बात की। बताया जा रहा है कि आजम खान के गढ़ रामपुर से लोकसभा के उपचुनाव में अखिलेश ने आजम की बड़ी बहू सिदरा खान को टिकट देने की बात सामने रखी। ये अभी पता नहीं चला है कि आजम ने अखिलेश के इस ऑफर पर क्या प्रतिक्रिया दी है।