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Igas 2023: अनिल बलूनी ने अमित शाह समेत कई नेताओं के साथ मनाया इगास पर्व, जुबिन नौटियाल और शमी भी हुए शामिल

Igas 2023: तस्वीर शेयर करते हुए अनिल बलूनी ने लिखा, हमारी संस्कृति-हमारी पहचान, इगास, बग्वाल, बूढ़ी दिवाली !! देवभूमि उत्तराखंड के लोकपर्व इगास के पावन अवसर पर मेरे आवास पर आयोजित इगास उत्सव समारोह में  गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, NSA अजित डोभाल जी और CDS अनिल चौहान जी शामिल हुए। हमारे लोकपर्व में शामिल होने के लिए आप सभी गणमान्य अतिथियों का हृदय से साधुवाद!

नई दिल्ली। भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने गुरुवार को उत्तराखंड का लोकपर्व इगास-बग्वाल बड़े ही धूमधाम ही से मनाया। इस अवसर पर उन्होंने अपने दिल्ली स्थित आवास पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, असम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, NSA अजित डोभाल और CDS अनिल चौहान, भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी, सिंगर जुबिन नौटियाल और जाने-माने कवि लेखक और गीतकार प्रसून जोशी शामिल हुए। भाजपा सांसद बलूनी ने सोशल मीडिया एक्स पर कार्यक्रम की तस्वीरें भी शेयर की है।

तस्वीर शेयर करते हुए अनिल बलूनी ने लिखा, ”हमारी संस्कृति-हमारी पहचान, इगास, बग्वाल, बूढ़ी दिवाली !! देवभूमि उत्तराखंड के लोकपर्व इगास के पावन अवसर पर मेरे आवास पर आयोजित इगास उत्सव समारोह में  गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, NSA अजित डोभाल और CDS अनिल चौहान शामिल हुए। हमारे लोकपर्व में शामिल होने के लिए आप सभी गणमान्य अतिथियों का हृदय से साधुवाद!”

इस दौरान मशहूर सिंगर जुबिन नौटियाल ने पीएम मोदी का उत्तराखंड के प्रति लगाव और समर्पित गाना ‘मैं तुमको शीश नवाता हूं’ भी गाया। अनिल बलूनी ने ट्वीट कर लिखा, ”उत्तराखंड के प्रति प्रधानमंत्री मोदी के अपार स्नेह और प्रेम को समर्पित गीत को देवभूमि के लोकपर्व इगास के उत्सव समारोह में गाने के लिए जुबिन का शुक्रिया अदा भी किया।”

बीते साल भाजपा सांसद अनिल बलूनी की उत्तराखंड के लोकपर्व इगास को लेकर एक मुहिम भी छेड़ी थी। जिसको लेकर सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के नेता उनकी इस मुहिम की तारीफ भी कर चुके है।

जानिए क्यों मनाया जाता है इगास-

बता दें कि दिवाली के ठीक 11 दिन बाद उत्तराखंड में इगास-बग्वाल मनाया जाता है। इस खास मौके पर देवभूमि के लोग भैलो खेल का आयोजन किया जाता है। कुमाऊं में इगास को बूढ़ी दिवाली कहा जाता है। देहरादून से लेकर दिल्ली तक इगास का भव्य आयोजन किया गया। उत्तराखंड सरकार ने इगास-बग्वाल राजकीय अवकाश भी घोषित किया है।



पैराणिक मान्यताओं के मुताबिक, भगवान राम के वनवास से अयोध्या लौटने के बाद लोगों ने कार्तिक कृष्ण अमावस्या को दीए जलाकर उनका स्वागत किया था। वहीं, गढ़वाल क्षेत्र में राम के लौटने की सूचना दीपावली के 11 दिन बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी को मिली। इसलिए ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए एकादशी को दीपावली का उत्सव मनाया।