Another Case On Azam: एक बार फिर मुश्किल में आजम खान, अब इस मामले में सपा नेता के जेल जाने की नौबत
उधर, आजम खान के खिलाफ 89वां केस दर्ज होने के बाद उनके बेटे और सपा के विधायक अब्दुल्ला आजम ने ट्वीट कर कहा कि एक इंसान जो अभी ज़िंदगी और मौत की जंग लड़कर अस्पताल से आया हो और घर तक से निकलना जिसका मना हो। उसने बीमारी की हालत में भैंस और बकरी चोरी के गवाहों को धमका लिया।
रामपुर। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान और मुकदमों का लगता है चोली और दामन का साथ हो गया है। पहले से 88 मुकदमों का सामना कर रहे आजम खान पर अब एक और केस दर्ज हो गया है। आजम खान इस साल 19 मई को जेल से छूटे थे। तबसे उनपर कोई नया केस दर्ज नहीं हुआ था। इस बार का केस आजम के साथ 6 लोगों पर दर्ज किया गया है। इसमें आपराधिक साजिश समेत तमाम गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। ताजा केस साल 2019 में दाखिल केस के गवाह को धमकाने के मामले में किया गया है। रामपुर शहर कोतवाली में दर्ज एफआईआर मुताबिक उस केस में पीड़ित नन्हे का आरोप है कि आजम खान और उनके साथी धमका रहे हैं।
एफआईआर के मुताबिक नन्हे का रामपुर के यतीमखाना इलाके में मकान था। उस मकान को यूपी में सपा की सरकार के वक्त तोड़ दिया गया था। उसके बाद जमीन को आजम खान के मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट ने रामपुर पब्लिक स्कूल के लिए कब्जा लिया। आजम खान सपा के ऐसे नेता हैं, जो शायद सबसे लंबे समय तक जेल की सजा काट चुके हैं। वो सीतापुर जेल में 27 महीने तक बंद रहे थे। बड़ी मुश्किल से उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली और उसके बाद बाहर आए। अब ताजा केस में एक बार फिर आजम के गिरफ्तार होने की संभावना बढ़ गई है। बता दें कि आजम ने जेल से निकलने के बाद लगातार मौजूदा बीजेपी सरकार पर हमलावर तेवर बनाए रखा है।
एक इंसान जो अभी ज़िंदगी और मौत की जंग लड़कर अस्पताल से आया हो और घर तक से निकलना जिसका माना हो उसने बीमारी की हालत में भैंस और बकरी चोरी के गवाहों को धमका लिया। कमाल है निज़ाम और कमाल है उसको चलाने वाले ।
आज़ादी के अमृत महोत्सव की सबको बधाई ।— M.Abdullah Azam Khan (@AbdullahAzamMLA) August 17, 2022
उधर, आजम खान के खिलाफ 89वां केस दर्ज होने के बाद उनके बेटे और सपा के विधायक अब्दुल्ला आजम ने ट्वीट कर कहा कि एक इंसान जो अभी ज़िंदगी और मौत की जंग लड़कर अस्पताल से आया हो और घर तक से निकलना जिसका मना हो। उसने बीमारी की हालत में भैंस और बकरी चोरी के गवाहों को धमका लिया। कमाल है निज़ाम और कमाल है उसको चलाने वाले।