नई दिल्ली। दिल्ली में हवा प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 466 पर दर्ज किया गया है। हालांकि कल के मुकाबले आज इस स्तर थोड़ा सुधार जरूर आया है। लेकिन अभी भी यह बेहद ही खतरनाक श्रेणी में आंका जा रहा है यानी की इतनी दूषित हवा में बाहर निकलना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए केन्द्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने एक गाइडलाइन और जारी कर दी है। जिसके मुताबिक लोगों को घर से बाहर निकलने के लिए पूरी तरह से मनाही की गई है। इसके साथ ही बाहरी गतिविधियों को भी कम करने की सलाह दी गई है। कहा जा रहा है कि शहर की हवा इतनी घातक हो गई है, कि दिल्ली के अस्पतालों में ओपीडी मरीजों संख्या में भी 25 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
कल के मुकाबले सुधार
पिछले 15 दिनों से दिल्ली का यही हाल है। पिछले दो दिनों में यह हालत और भी ज्यादा बिगड़ गई है हालांकि कल के 486 के मुकाबले आज AQI 466 है लेकिन पिछले 15 दिन के जो आंकड़े हैं, वो दिल्ली की जहरीली होती हवा को काफी गंभीर बना रहे हैं। लोगों का सुबह के समय अपने घरों से निकलना काफी मुश्किल हो गया है। कोहरे के आगे सूर्य के दर्शन 9 बजे के बाद हो रहे हैं। प्रदूषण कंट्रोल के लिए लगाए गए स्मॉग टावर भी प्रदूषण के आगे बेअसर साबित होते दिख रहे हैं।
दिल्ली: राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता आज गंभीर श्रेणी में है।
लोधी गार्डन में सुबह सैर करने आए एक व्यक्ति ने बताया, “सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन महसूस हो रही है। दिल्ली के प्रदूषण के लिए पराली जलना और वाहनों से होने वाला प्रदूषण ज़िम्मेदार है।” pic.twitter.com/E2Sk9olymt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 13, 2021
दिल्ली की हवा इस कदर जहरीली हो चुकी है, जिसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सामान्य तौर पर सांस लेने के लिए हवा की क्वालिटी इंडेक्स 100 से भी नीची होनी चाहिए, लेकिन यहां स्थिति पांच गुना तक खतरनाक हो गई है। दिल्ली की हवा का औसत AQI 486 था, आज 466 है, लेकिन ये डेटा भी बेहद खतरनाक लेवल का प्रदूषण बताता है। ये हाल पूरे एनसीआर में है।