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Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए देवदूत बना ‘ऑर्ट ऑफ लिविंग’, ऐसे बचा रहा है लोगों की जान  

Art of Living : हंगरी पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, बुल्गारिया और जर्मनी में आर्ट ऑफ़ लिविंग के स्वयंसेवकों ने हज़ारों भारतीय छात्रों सहित यूक्रेन से भाग रहे लोगों को सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए कार्रवाई की है।

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जहां युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के लिए भारत सरकार की तरफ से ऑपरेशन गंगा की शुरूआत की गई है, तो वहीं दूसरी तरफ युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को बचाने की दिशा में ऑर्ट लिविंग भी देवदूत की भूमिका निभाता हुआ नजर आ रहा है। यूक्रेन में फंसे हिंदुस्तानियों को बचाने की दिशा में ऑर्ट लिविंग द्वारा किया जा रहा कार्य सराहानीय है। युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों की यह संस्था न महज वतन वापसी की दिशा में मार्ग प्रशस्त कर रही है, अपितु लोगों को मूलभूत सुविधाएं, जैसे, भोजन, आश्रय समेत अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक यह संस्था कई छात्रों को युद्धग्रस्त क्षेत्रों से सुरक्षित वतन वापसी करवा चुकी है।

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हंगरी पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, बुल्गारिया और जर्मनी में आर्ट ऑफ़ लिविंग के स्वयंसेवकों ने हज़ारों भारतीय छात्रों सहित यूक्रेन से भाग रहे लोगों को सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए कार्रवाई की है। हंगरी में, आर्ट ऑफ़ लिविंग ने 150 से अधिक लोगों के लिए आश्रयों की व्यवस्था की है। पोलैंड में 500 से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।

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पोलैंड सीमा पर हमारे स्वयंसेवक आने वाले शरणार्थियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं। वहाँ ऐसे परिवार भी हैं जिनके बच्चे 2 महीने से कम उम्र के हैं। हमारे समूह द्वारा सभी आवश्यक आपूर्ति का भंडारण कर लिया गया है।

हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, बुल्गारिया और जर्मनी जैसे पश्चिमी यूरोपीय देशों में शरणार्थी केंद्र संचालित हैं। आर्ट ऑफ लिविंग का यूक्रेन में एक बड़ा स्वयंसेवी आधार भी है जो भारतीय समुदाय की मदद कर रहा है।

हेल्पलाइन नंबर इस प्रकार हैं

पूरे यूरोप में आर्ट ऑफ लिविंग के केंद्र यूक्रेन के शरणार्थियों के लिए खुले हैं

हेल्पलाइन नंबर +31631975328

हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, बुल्गारिया, जर्मनी

वहीं,  वैश्विक मानवतावादी नेता गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने कहा, “संकट की इस घड़ी में, मैं छात्रों और उनके परिवारों से उम्मीद नहीं छोड़ने की अपील करता हूं,” सभी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है और पूरे यूरोप से हमारे स्वयंसेवक आपके साथ हैं जो आपको भोजन, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान करेंगे।”