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अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वालों को दिलाया भरोसा, कोरोना से डरने की जरूरत नहीं, स्थिति अब पहले से बेहतर

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लगभग एक महीने पहले जब हमने दिल्ली में लॉकडाउन खोला था, तब बहुत तेजी से कोरोना के केस बढ़ने लगे थे। हमें तब उम्मीद थी कि केस बढ़ेंगे, मगर इतनी तेजी से बढ़ेंगे यह उम्मीद नहीं थी।

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को राजधानी में कोरोनावायरस के ताजा हालात पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्लीवालों को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब हालात पहले से काफी सुधर गए हैं। हालांकि हमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना जैसे नियमों का पालन आगे भी करते रहना होगा। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना से बचने के लिए इन सभी बातों का ध्यान रखना है। हम अच्छे की उम्मीद करेंगे, मगर तैयारी हम सबसे खतरनाक स्थिति की करके रखेंगे।

CM Arvind Kejriwal

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लगभग एक महीने पहले जब हमने दिल्ली में लॉकडाउन खोला था, तब बहुत तेजी से कोरोना के केस बढ़ने लगे थे। हमें तब उम्मीद थी कि केस बढ़ेंगे, मगर इतनी तेजी से बढ़ेंगे यह उम्मीद नहीं थी। केंद्र सरकार की एक वेबसाइट है, जिससे पता चलता है कि आगे की स्थिति क्या होगी। उसके मुताबिक, जिस स्पीड से दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ रहे थे। उस हिसाब से दिल्ली में 30 जून तक एक लाख केस होने थे। उसमें लगभग 60 हजार सक्रिय केस होते और इसके लिए लगभग 15 हजार बेड्स की जरूरत थी। यह स्थिति बेहद गंभीर थी।

delhi corona

हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठे और हार नहीं मानी और डबल मेहनत की। उस वक्त जिससे हो सकता था सबसे मदद मांगी। जनता के सामने भी स्थिति रखी। सबके पास मदद मांगने के लिए गया। निजी-सरकारी, होटल, बैंक्वेट हाल तक गए। हमारे खिलाफ मुकदमा तक हुआ। समाज सेवी, धार्मिक संस्था, केंद्र सरकार सबसे मदद मांगी। जिनसे मदद नहीं मिली उनके पैर भी पकड़े। सभी एजेंसियों की मेहनत का नतीजा है कि आज से एक महीने पहले जो भयावह स्थिति हम सोच रहे थे अब वह नहीं है।

Arvind Kejriwal

एक महीने पहले अंदाजा लगाया गया था कि 30 जून को एक लाख कोरोना केस होंगे उसमें 60 हजार सक्रिय केस होंगे। मगर आज महज 26 हजार एक्टिव केस हैं। यह सबकी मेहनत का नतीजा है कि ऐसा नहीं हुआ।

Delhi Corona

उस समय यह अंदाजा था कि हमें 15 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी। 250 बेड़ रोज बढ़ाने होंगे। मगर अब उसका उल्टा हो गया। अब दिल्ली के अस्पतालों में 5800 बेड पर ही मरीज है। एक सप्ताह पहले यह 6250 था, जो अब कम हुए हैं। हमारे पास 15 हजार के करीब बेड हैं जो खाली हैं।

दिल्ली में मरीजों की संख्या घट रही है। कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। एक महीने पहले 38 फीसदी मरीज ठीक हुए थे, अब 67 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं। यानि अब तक 58 हजार मरीज ठीक हो चुके हैं।

CM Arvind Kejriwal

एक महीने पहले हमारे पास 8500 बेड थे। मगर आज दिल्ली में 15 हजार बेड की व्यवस्था हो गई है। 23 जून को जहां 3950 केस आए थे कल 30 जून को यह संख्या 2200 थी। बीते एक सप्ताह से मामले घटे हैं। दिल्ली में कोरोना की वजह से मौत भी अब पहले से कम होने लगी हैं। एक दिन ऐसा आया था जब 125 मरीजों की मौत हुई थी। अब रोजोना 60-65 मौतें हो रही हैं। यानि पीक से कम हो गया है। हमने जांच की संख्या बढ़ाई है। पहले 100 लोगों की जांच करते थे तो 31 कोरोना मरीज आते थे। अब महज 13 कोरोना के मरीज मिलते हैं। स्थिति अब काफी कंट्रोल में आ गई है। अब स्थिति उतनी भयानक नहीं है जो एक महीना पहले थी। यह सबके मिले-जुले प्रयास का नतीजा है।

मगर इससे खुश होकर हमें हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठना है। सब कुछ खुला नहीं कर देना है। यह वायरस ऐसा है कि कल क्या करेगा। परसों क्या करेगा यह किसी को नहीं पता। हो सकता है कल से फिर केस बढ़ जाएं। सरकार अपनी तरफ से कोशिश जारी रखेगी। इससे आने वाले समय में केस बढ़े तो हम उनसे निपट सकें।

CM Arvind Kejriwal

केजरीवाल ने कहा कि मैं सोशल मीडिया पर देख रहा था कि कुछ विशेषज्ञ लिख रहे हैं दिल्ली में पीक आकर जा चुका है। मगर आपलोगों से गुजारिश है कि विशेषज्ञों की बातों को अनदेखा करिए। मास्क पहनते रहिए। हाथ धोते रहिए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहिए।