नई दिल्ली। शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एनसीबी की जांच की आंच अब शाहरुख़ खान के महल मन्नत तक पहुंच चुकी है। उधर आर्यन खान आर्थर रोड जेल में बंद हैं तो शाहरुख खान आज आर्यन खान से मिलने जेल पहुंचे। जेल में पहली बार शाहरुख़ खान ने अपने बेटे आर्यन खान से मुलाक़ात की। 14 दिन बाद आर्यन खान को अपने पिता शाहरुख खान से मिलने का मौका मिला। जानकारी के मुताबिक़ बाप-बेटे के बीच 15 मिनट तक मुलाकात हुई। खबरों की मानें तो ये मुलाकात काफी इमोशनल रही।
शाहरुख़ खान ने पूछा-खाना ठीक से खा रहे हो ना?
एनसीबी की गिरफ्त में आने के बाद आर्यन खान की पिता शाहरुख खान से ये पहली मुलाक़ात थी। खबरों के अनुसार पिता को देखते आर्यन खान रो पड़े थे। जब शाहरुख खान अपने बेटे से मिल रहे थे, तब वहां पर 2 जेल गार्ड मौजूद थे। खबरों की मानें तो मुलाक़ात के दौरान दोनों के बीच में एक कांच की दीवार थी और इंटरकॉम के जरिये दोनों की बातचीत हुई। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शाहरुख़ खान ने आर्यन खान से पूछा कि खाना ठीक से खा रहे हो ना? जवाब में आर्यन खान ने इंकार कर दिया।
क्या आर्यन को घर का खाना मिल सकता है?
आर्यन खान ने पिता से कहा कि उन्हें जेल का खाना पसंद नही आ रहा है। इस पर शाहरुख़ खान ने जेल के अधिकारियों से पूछा कि क्या वे आर्यन को घर का खाना दे सकते हैं। इसपर शाहरुख़ खान को जवाब मिला कि इसके लिए कोर्ट से परमिशन लेनी पड़ेगी। सूत्रों की मानें तो शाहरुख़ खान ने आर्यन खान से मुलाकत के दौरान हौसला बढ़ाने की कोशिश की। इतना ही नहीं, जानकारी तो ये भी है कि शाहरुख़ खान को आर्यन से मुलाकात के दौरान किसी तरह की स्पेशल ट्रीटमेंट नही दी गई।
#WATCH Actor Shah Rukh Khan reaches Mumbai’s Arthur Road Jail to meet son Aryan who is lodged at the jail, in connection with drugs on cruise ship case#Mumbai pic.twitter.com/j1ozyiVYBM
— ANI (@ANI) October 21, 2021
26 अक्टूबर को आर्यन की जमानत पर बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई
आपको बता दें कि बुधवार को सेशंस कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। आर्यन ही नहीं बल्कि उनके साथ अरबाज मर्चेंट, मुनमुन धमेचा की बेल याचिका भी खारिज हुई है। अब मंगलवार यानी 26 अक्टूबर को आर्यन की जमानत पर बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। जिसके बाद उन्हें आर्थर रोड जेल में रखा गया है। वहीँ पर बेटे से मुलाक़ात करने के लिए शाहरुख़ खान पहुंचे थे।