नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान ने अपना कब्जा कर लिया है। तालिबान दुनियाभर से लगातार कर रहा है कि वो पहले से काफी बदल गया है। अफगानिस्तान में कब्जे जमा चुके तालिबान ने अब दुनिया के अलग-अलग देशों के साथ संपर्क स्थापित करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में तालिबानियों ने भारत से भी संपर्क के लिए वक्त मांगा था। तालिबान की ओर से किए गए आवेदन के बाद मंगलवार को कतर में स्थित भारतीय राजदूत दीपक मित्तल (Deepak Mittal) ने तालिबान के प्रतिनिधि शेर मोहम्मद स्टैनिकजई (Sher Mohammad Abbas Stanekzai) के साथ मुलाकात की। बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद यह पहला मौका है जब भारत और तालिबान के किसी प्रतिनिधि के बीच आधिकारिक तौर पर मुलाकात हुई है।
इसी बीच अब तालिबान के साथ भारतीय राजदूत की बैठक पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उठाए सवाल है। ओवैसी ने भारत सरकार से पूछा है कि क्या वह तालिबान को अपनी ‘यूएपीए आतंकवादी सूची’ में शामिल करेगी।
लोगों ने लगाई जमकर क्लास
वहीं ओवैसी के इस ट्वीट पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उनकी जमकर क्लास लगाई। राहुल सिंह नाम के यूजर ने लिखा, पहले पूरी न्यूज तो पढ़ लिया करो।
Mr.Owaisi, you are a barrister but politics have ruined ur sense of responsibility towards Indian people. Talks were held for safely evacuating stranded Indian nationals not for recognition of Taliban Gov.
I wish you were among those stranded ppl nd hv the courage to tweet this— Praveen Sharma (@Praveen99843721) August 31, 2021
Pahle pura news to padh liya karo
— Rahul Singh (@RahulSi05669818) August 31, 2021
I think you wan to recognise #Talibans . Stop blaming govt.let’s govt do it’s job.Everyone know who u r ??
— Dipendra (@Dipendr00251111) August 31, 2021
Why are you so agitated
— The Bane (@BelliChukke) August 31, 2021
इस बातचीत में जहां भारत ने तालिबानियों के सामने अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वतन वापसी का मसला उठाया गया। इसके अलावा अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय की भारत यात्रा और उनकी सुरक्षा का मुद्दा भी सामने रखा। राजदूत मित्तल ने भारत की चिंता जताई कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी तरह से भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद के लिए नहीं किया जाना चाहिए। वहीं तालिबान के प्रतिनिधि ने भी भारतीय राजदूत को पूरा भरोसा दिलाया है कि भारत की तरफ से रखे गए मुद्दों पर सकारात्मक नजरिए के साथ विचार किया जाएगा।