
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के चुनाव के लिए कांग्रेस अब तक उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नहीं कर सकी है। इसे लेकर चर्चा का बाजार गर्माया है। दरअसल, बीते दिनों सूत्रों के हवाले से पता चला था कि कांग्रेस सीईसी की बैठक में सोनिया गांधी ने गहलोत समर्थक एक मंत्री की 25 सितंबर 2022 की बगावत का मुद्दा उठा दिया था। 25 सितंबर 2022 को कांग्रेस आलाकमान के दूत अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे जयपुर पहुंचे थे। तब इस मंत्री समेत गहलोत समर्थक विधायकों ने बागी तेवर दिखाए थे और कहा था कि वो किसी सूरत में सचिन पायलट को राजस्थान का सीएम नहीं बनने देंगे। एक मंत्री ने तो ये तक सवाल उठा दिया था कि कौन आलाकमान? इन सब हालात को देखकर अजय माकन और खरगे बैरंग दिल्ली लौट आए थे और फिर कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी को रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट के बाद भी अशोक गहलोत समर्थक मंत्रियों और विधायकों पर कांग्रेस ने कार्रवाई नहीं की थी। जिसका मुद्दा लगातार सचिन पायलट उठा रहे थे। पहले सुनिए अशोक गहलोत का ये बयान।
जो मानेसर गए थे उनके साथ… उसमें से करीब-करीब सभी को टिकट मिलने जा रहे हैं… मैने एक भी नाम पर ऑब्जेक्शन नहीं किया है- अशोक गहलोत, सीएम… pic.twitter.com/ZBObXZnNA8
— Dinesh Dangi (@dineshdangi84) October 19, 2023
अब राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने 2 दिन पहले जो 2 बयान दिए, उनमें से एक आपने ऊपर सुन लिया होगा। गहलोत का ये बयान राजस्थान के लिए फंसी हुई कांग्रेस की लिस्ट का मसला उजागर कर रहा है। गहलोत ने पायलट का नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग बागी तेवर दिखाकर मानेसर गए थे, उनमें से ज्यादातर के टिकट फाइनल हो रहे हैं और मैंने एक भी नाम पर कुछ नहीं कहा। गहलोत ने आगे कहा कि इससे साफ है कि हम सब मिलजुल कर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। गहलोत जैसी ही बात सचिन पायलट ने भी शुक्रवार को कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सभी लोग मिलकर चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस को जिताएंगे। वहीं, गहलोत ने एक और बयान देकर चौंका दिया। गहलोत ने कहा कि वो तो सीएम पद छोड़ना चाहते हैं, लेकिन सीएम का पद उनको नहीं छोड़ना चाहता। गहलोत के इस बयान को कांग्रेस आलाकमान के लिए साफ संदेश माना जा रहा है कि सचिन पायलट को राजस्थान की गद्दी देना आसान नहीं रहने वाला है। सुनिए गहलोत का 2 दिन पहले का ये बयान।
सवाल: Tired या Retired होने वाले हैं अशोक गहलोत या नहीं होने वाले हैं?
अशोक गहलोत: मुझे सोनिया गांधी ने चूज़ किया… मैं उम्मीदवार नहीं था मुख्यमंत्री पद का… मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहता हूँ, पर ये पद मुझे नहीं छोड़ रहा है…
देखिए सीएम पद को लेकर @mausamii2u के सवाल का… pic.twitter.com/60ZsIc1bEj
— News Tak (@newstakofficial) October 19, 2023
गहलोत के इन दो बयानों से साफ है कि अगर कांग्रेस 30 साल का इतिहास बदलते हुए राजस्थान में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने में कामयाब हो भी गई, तो सचिन पायलट का सीएम बनना काफी टेढ़ी खीर होगा। गहलोत के बयान से साफ है कि कांग्रेस सरकार बनने पर सत्ता के संघर्ष में वो सचिन पायलट को हर हाल में सीएम बनने से रोकेंगे! गहलोत ने पहले ही कांग्रेस आलाकमान को दिखा दिया है कि विधायकों के बीच उनका समर्थन कितना है। ऐसे में राजस्थान में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस आलाकमान की चिंता जरूर बढ़ी होगी।