
नई दिल्ली। यूपी के कानपुर के बाद अब राजस्थान के अजमेर में भी ट्रेन को पलटाने की साजिश सामने आई है। अजमेर के सराधना-बांगड़ गांव के बीच में रेलवे ट्रैक पर सीमेंट के दो ब्लॉक ट्रेन को डीरेल करने के इरादे से रखे गए थे। हालांकि वहां से गुजर रही मालगाड़ी का इंजन सीमेंट के ब्लॉक को तोड़कर आगे निकल गया और ट्रेन पलटने से बच गई। सीमेंट के ये दोनों ब्लॉक अलग-अलग जगह रखे गए थे जिनका वजन लगभग 70 किलो के आस पास बताया जा रहा है। यह घटना रविवार रात लगभग 10 बजकर 30 मिनट के आस पास की है। आपको बता दें कि रविवार को ही कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश को भी अंजाम दिया गया था।
कानपुर में अनवर-कासगंज रूट पर रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर रखा गया था जिससे ट्रेन की टक्कर हो गई थी। राहत की बात यह रही कि ट्रेन की टक्कर के बाद सिलेंडर फटा नहीं अन्यथा बहुत बड़ा हादसा हो सकता है। इन दोनों ही मामलों की जांच की जा रही है। इस बीच कानपुर की घटना को लेकर एक बहुत चौंकाने वाली बात सामने आई है। जांच एजेंसियों को आशंका है कि इस घटना के पीछे आईएसआईएस आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है। यूपी एटीएस, आईबी और एनआईए की टीम ने शुरुआती जांच और अभी तक मिले सबूतों के आधार पर अनुमान लगाया है कि कालिंदी एक्सप्रेस की घटना के पीछे आईएसआईएस के खुरासन मॉड्यूल की साजिश हो सकती है।
क्या है आईएसआईएस का खुरासन मॉड्यूल?
आईएसआईएस के खुरासन मॉड्यूल में लोगों को सोशल मीडिया के जरिए संपर्क करके उनका ब्रेनवॉश किया जाता है और उनको कट्टरपंथी बनाया जाता है। ये लोग वुल्फ अटैक करते हैं। 2017 में मध्य प्रदेश में ट्रेन में हुए हमले के बाद आतंकी सैफुल्लाह का एनकाउंटर किया गया था। सैफुल्लाह के पास जो संदिग्ध सामान मिला था, कानपुर में रेलवे ट्रैक पर भी उसी तरह का सामान मिला है इसी से सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया।