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West Bengal: सीएम ममता की बन रही दुर्गा पूजा के मौके पर विशेष प्रतिमा, हाथ में होगा त्रिशूल और विकास का हथियार

Bengal CM Mamata Banerjee: कोरोना महामारी के चलते पिछले साल कोलकाता में एक पंडाल ने महिषासुर की पारंपरिक मूर्ति का स्वरूप बदलकर ‘कोरोनासुर’ कर दिया था। इसमें दानव में वायरस के मुकुट जैसी आकृति थी।

पश्चिम बंगाल। इस साल दुर्गा पूजा में बस कुछ साल ही बचा है। ऐसे में पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बता दें कि इन तैयारियों में राज्य की सीएम ममता बनर्जी की एक ऐसी मूर्ति बनाई जा रही है जिसमें दस हाथ होंगे। बता दें कि यह मूर्ति दुर्गा मां की तरह बनाई जा रही है। जिनके हाथ में त्रिशूल और अन्य हथियारों की जगह केवल विकास का हथियार होगा। इस मूर्ति को बनाने के लिए 3 समितियों ने आपस में सहयोग किया है। गौरतलब है कि ममता बनर्जी की यह मूर्ति मां दुर्गा जैसी होगी। नज़रूल पार्क उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष पार्थ सरकार इस मूर्ति को लेकर कहते हैं कि हर व्यक्ति ममता बनर्जी को देवी दुर्गा के रूप में मानता है। उन्होंने लोगों को अपने शासन में जो लाभ प्रदान किया है, वह दुनिया में नहीं देखा गया है।”

बता दें कि इस मूर्ति को बनाने के लिए पूर्वी कोलकाता के बागुईआटी में इस साल एक पूजा समिति ने इसको लेकर एक फैंसी थीम की योजना बनाई है। य़े आम बात है कि हर साल पूजा पंडाल कुछ अनोखा बनाने की कोशिश होती है। वित्तीय संकट की हालत में भी पूजा संगठन कुछ नई थीम के बारे में सोच रहे हैं और ऐसी सोच के माध्यम से ही यह थीम आया। बता दें कि बंगाल में इस बार पांडालों में न केवल देवी की मूर्ति दिखेगी बल्कि राज्य सरकार की विकास परियोजना का स्पर्श होगा।

कोरोना महामारी के चलते पिछले साल कोलकाता में एक पंडाल ने महिषासुर की पारंपरिक मूर्ति का स्वरूप बदलकर ‘कोरोनासुर’ कर दिया था। इसमें दानव में वायरस के मुकुट जैसी आकृति थी।