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The Kerala Story: SC से ममता बनर्जी को तगड़ा झटका, ‘द केरला स्टोरी’ पर लगी रोक को हटाया

The Kerala Story: ‘द केरला स्टोरी’ को लेकर मची हाय-तौबा के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति-व्यवस्था का हवाला देकर  पश्चिम बंगाल में इस पर रोक लगा दी थी। ममता के इस फैसले के  खिलाफ बाद में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। जहां आज मसले पर सुनवाई हुई तो कोर्ट ने राज्य में द केरला स्टोरी के रिलीज होने का रास्ता साफ कर दिया। दरअसल, कोर्ट ने ‘द केरला स्टोरी’ पर लगी रोक को हटा दिया। 

नई दिल्ली। ‘द केरला स्टोरी’ को लेकर मची हाय-तौबा के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति-व्यवस्था का हवाला देकर पश्चिम बंगाल में इसके रिलीज पर रोक लगा दी थी। ममता के इस फैसले के खिलाफ बाद में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। जहां आज मसले पर सुनवाई हुई तो कोर्ट ने राज्य में द केरला स्टोरी के रिलीज होने का रास्ता साफ कर दिया। दरअसल, कोर्ट ने ‘द केरला स्टोरी’ पर लगाई गई रोक को हटा दिया है। सनद रहे कि पश्चिम बंगाल से पहले तमिलनाडु सरकार ने भी ‘द केरला स्टोरी’ पर रोक लगा दी थी। तमिलनाडु इस फिल्म पर रोक लगाने वाला पहला राज्य बना था, जिसके बाद ममता बनर्जी ने भी कानून-व्यवस्था का हवाला देकर फिल्म पर रोक लगा दी थी। लेकिन, अब सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म के रिलीज होने का रास्ता साफ कर दिया है। वहीं, जहां एक तरफ पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने फिल्म के रिलीज होने पर रोक लगा दी थी, तो वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने फिल्म को राज्य में कर मुक्त कर दिया था। इसके बाद ऐसी ही मांग महाराष्ट्र में भी उठी थी, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई फैसला नहीं लिया गया। आइए अब आगे विस्तार से जानते हैं कि आखिर क्यों जहां कुछ लोग इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं, तो वहीं कुछ समर्थन।

क्यों किया जा रहा फिल्म का विरोध

दरअसल,  इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से लव जिहाद का सहारा लेकर मुस्लिम युवकों के द्वारा हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाया जाता है और इसके बाद उनका धर्मांतरण किया जाता है। इसके बाद उनसे निकाह करने के बाद उन्हें आतंकवादी संगठनों में शामिल कराने के लिए उन्हें सीरिया जैसे मुल्कों में भेज दिया जाता है, जहां बाकायदा उनका प्रशिक्षण होता है। इसके बाद इन युवतियों को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल किया जाता है। इस तंत्र को विदेशी फंडिंग की सहायता से अंजाम दिया जाता है, जिसका खुलासा इस फिल्म के जरिए किया गया है, लेकिन कुछ लोग फिल्म का विरोध यह कहकर कर रहे हैं कि इस फिल्म में काल्पनिक कथा को राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर समाज में वैमनस्यता फैलाने के लिए वास्तविकता का रूप दिया गया है। वहीं, फिल्म के निर्देशक और कलाकारों का दावा है कि यह फिल्म वास्तवकिता परिघटनाओं पर आधारित है। इसमें कुछ काल्पनिक नहीं है।

वहीं, तमाम विरोधों के बाद फिल्म में अच्छी खासी कमाई की है। अब तक फिल्म 150 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर चुकी है और अब माना जा रहा है कि आगामी दिनों में कमाई के मामले में फिल्म बड़ी छलांग भी लगा सकती है। यह आंकड़ा यकीनन उन सभी लोगों के मुंह पर किसकी तमाचे कम नहीं है , जो कि लगातार धर्म की आड़ लेकर इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं, बीते दिनों इस फिल्म को लेकर खूब सियासत भ हुई थी, जहां एक तरफ पीएम मोदी ने कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करने के क्रम में इस फिल्म की तारीफ की थी  और कहा था इस फिल्म ने आतंकी साजिश का खुलासा किया है, तो वहीं ओवैसी ने इसका विरोध किया था। बहरहाल तमाम विरोधों और समर्थन के बीच यह फिल्म अब रिलीज हो चुकी है।  जिसे लेकर आगामी दिनों में लोगों की कैसी प्रतिक्रिया रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।